जबलपुर – भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थकों की धड़कनें एक लिस्ट ने बढ़ा दी, इस लिस्ट में पहले से घोषित पूर्व विधानसभा के प्रत्याशी अंचल सोनकर का नाम परिवर्तन दिखाया वंही पश्चिम एवं उत्तर विधानसभा के प्रत्याशी भी घोषित कर दिए गए,
हालाकिं भारतीय जनता पार्टी ने इसे फर्जी बताते हुए सिरे से खारिज़ कर दिया, नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने भी इस लिस्ट के फर्ज़ी होने की पुष्टि की, अब ये किसी मसखरे का काम था या किसी हवा बनाने उतारू उम्मीदवार का या किसी विपक्षी ने हवा बिगाड़ने इसे वायरल किया यह तो जांच का विषय है ।
इस लिस्ट के वायरल होते ही चौराहों और ऑनलाइन ग्रुप्स में यह चर्चा का विषय बना रहा, वहीं यह भी चर्चा होती कि इसमे कुछ नाम तो ऐसे थे जिन्हें देखकर ही लिस्ट फर्जी प्रतीत हो गई, तो कुछ लोग इसे सही मानकर अपने राजनीतिक आंकलन करते भी दिखाई दिए ।
आज सी ए राजेश जैन ने श्री पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर अग्रवाल कालोनी में 1008 श्री शांतिनाथ भगवान् का अभिषेक और पूजन किया। जहां लगभग एक घंटे चले धार्मिक अनुष्ठान में उनकी पत्नी अनुराधा जैन भी अनेक श्रद्धालुओं के साथ शामिल हुईं। इसके पश्चात उन्होंने आर्यिका 105 ऋजुमति माता जी ससंघ के सान्निध्य में 700 मुनियों की रक्षा हेतु रक्षा बंधन विधान भी सम्पन्न किया। इस विधान से जुड़ी एक कथा है जिसके अनुसार अनुसार अनन्य जैन भक्त राजा पद्मराय के राज्य हस्तिनापुर में अकंपनाचार्य मुनि ससंघ पधारे। उनका मंत्री बलि उन मुनियों से पहले से ही ईर्ष्या करता था। उसने पूर्वनियोजित ढंग से स्वयं को सात दिन के लिए राजा बना लिया। उसने आचार्य सहित 700 मुनियों के संघ पर उपसर्ग करना प्रारंभ किया, जिस स्थल पर मुनि संघ ठहरा था वहां चारों ओर कांटेदार बागड़ बंधवा कर उसे नरमेध यज्ञ का नाम दे वहां जानवरों के रोम, हड्डी, मांस, चमड़ा आदि होम में डालकर यज्ञ किया। इससे मुनियों को फैली दुर्गंध और दूषित वायु से परेशानी होने लगी। उन्होंने अन्न-जल त्याग कर समाधि ग्रहण की। मुनियों के गले रुंधने लगे, आंखों में पानी आने लगा और उनके लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया। उनकी इस विपत्ति को देख नगरवासियों ने भी अन्न-जल त्याग दिया।
तब सागरचंद्र नामक आचार्य की आज्ञा पाकर क्षुल्लक पुष्पदंत गुरु पर्वत पर पहुंचे और धरणीभूषण पर्वत पर विष्णुकुमार मुनि से मुनियों की रक्षा का अनुरोध किया। विष्णुकुमार मुनि ने हस्तिनापुर 52 अंगुल का शरीर बना ब्राह्मण का वेश धारण कर बलि से तीन पग जमीन मांगी और पूरी दुनिया को नापते हुए तीसरा पग मुनि ने बलि की पीठ पर रखा। बलि को कष्ट हुआ तो उसने उनसे प्रार्थना की तो उनके असली रूप देखकर बलि ने यज्ञ बंद कर मुनियों का उपसर्ग से दूर किया।
नगरवासी सभी श्रावकों ने मुनियों की वैयावृत्ति की उनकी सेवा की और मुनियों को चैतन्य अवस्था में लाए। मुनि पूर्णतः स्वस्थ हो आहार पर निकले तो श्रावकों ने खीर, सिवैया आदि मिष्ठान्न आहार हेतु बनाए थे। मुनियों को आहार करा श्रावकों ने भी खाना खाया और खुशियां मनाई। यह दिन श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन था। इसी दिन मुनियों की रक्षा हुई थी। इस दिन को याद रखने के लिए लोगों ने हाथ में सूत के डोरे बांधे। तभी से यह रक्षाबंधन के पर्व के रूप में माना जाने लगा। इसके बाद विष्णुकुमार मुनि ने गुरु के पास जाकर अपने दोषों को बताया और महान तप किया। आज भी जैनियों के घरों में इस दिन खीर बनाई जाती है और विष्णुकुमार मुनि की पूजा तथा कथा के बाद रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है। रक्षा बंधन विधान में सी ए राजेश जैन समेत मयंक जैन, मुकेश जैन, अशोक जैन(मुन्नू),राजेंद्र नंदा एवं समाज के अन्य श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
जबलपुर केंद्रीय कारागार में रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों के लिए की गई विशेष व्यवस्था
नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय कारागार जबलपुर में जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर के निर्देश अनुसार, बंदियों के अपनी बहनों से मिलने और रक्षाबंधन मनाने के लिए विशेष मुलाकात का प्रबंध किया गया, इस दौरान 993 पुरूष बंदियों को लगभग 2682 माताओं और बहनों ने भाइयों को कुमकुम लगा राखी बांधी वंही जेल में निररूद्व 39 महिला बंदियों से उनके भाइयों ने राखी बंधवाई ।
राखी बांधने वाली बहनों ने अपने भाइयों से सही रास्ते पर चलने की सौगंध लेते हुए उनकी लंबी उम्र की कामना की, जेल पुलिस अधीक्षक ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को व्यवस्थित रखने के साथ ही हर्षोल्लास से कार्यक्रम सम्पन्न करने के लिए सभी कर्मचारियों की भी प्रशंशा की ।
आज रक्षा बंधन के पावन पर्व पर जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ रक्षाबंधन मनाने बहनों के बीच पहुॅंचे और रेल्वे स्टेशन प्लेट फार्म नं. 6 से मदन महल स्थित अपने निज निवास तक लगभग 5 कि.मी. तक बहनों के साथ चलो बस में सफर किया और उनकी तकलीफों और सुविधाओं के संबंध में भी बहनों के साथ बैठकर चर्चा की। महापौर के रूप में अपने भाई को बस में पाकर बहनें भी खुशी का इजहार किया और भाई को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद दिया। महापौर ने रक्षा बंधन के इस पावन पर्व को बहनों के साथ उत्सव के रूप में मनाया और अपने हाथों से सभी प्यारी बहनों, मातृशक्तियों आदि को रक्षाबंधन का उपहार देकर मिठाईयॉं खिलाई। इस अवसर पर महापौर ने प्रसन्नचित मुद्रा में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज का दिन भाई बहनों के बीच अटूट प्यार का बंधन का दिन है। इस स्नेह रूपी अटूट बंधन को पवित्रता के साथ पुनीत पर्व के रूप में हर वर्ष हम मनाएंगे। उन्होंने कहा कि बहनों के साथ चलों बस में सफर करके बहुत अच्छा लगा साथ ही संस्कारधानी की बहनों एवं मातृशक्तियों का आशीर्वाद और प्यार मिला।
नगर निगम अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमित मेहरा एवं संघ के पदाधिकारियों ने नगर निगम आयुक्त स्वपनिल वानखेड़े को ज्ञापन पत्र देते हुए नगर निगम के नियमित व विनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को हर वर्ष गल्ला अग्रिम नगर निगम द्वारा प्रदान किया जाता है। इस माह हिंदुओं का धार्मिक त्यौहार रक्षाबंधन समीप ही है, जिसको देखते हुए रक्षाबंधन के पूर्व गल्ला अग्रिम नगर निगम के समस्त कर्मचारियों को प्रदान कराने जैसी माँगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था। इस विषय को गंभीरता से लेकर निगम आयुक्त स्वपनिल वानखेड़े ने रक्षाबंधन के पूर्व गल्ला अग्रिम के आदेश जारी किये। जिससे नगर निगम के नियमित व विनियमित और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को गल्ला अग्रिम की राशि नगर निगम द्वारा प्रदान की गई। माँग करने वालों में संघ के अध्यक्ष अमित मेहरा, गुलशन जबलपुरी, रामाराव मगरदे, नरसिंहमालू, जगदीश नन्हेट, राजेन्द्र पटेल, मन्नू पटैल, संतोष गौतम, प्रहलाद बर्मन, रामप्रसाद चौधरी, महेन्द्र मलिक, सोनू (सतीश) विश्वकर्मा, अनुज केवट, आयुष चौधरी, साथ ही अधिक संख्या में संघ के पदाधिकारी उपस्थित थे।
30 अगस्त को महिलाएं एवं बच्चियां कर सकेगी मुफ्त यात्रा, शहर के रूट पर महिलाओं को मुफ्त यात्रा कराएंगी मेट्रो बसें
जबलपुर में महापौर जगत बहादुर अन्नू ने सभी बहनों एवं बच्चियों को उपहार स्वरूप रक्षाबंधन त्यौहार पर 30 अगस्त को निःशुल्क मेट्रो बस यात्रा कराने की घोषणा की है। महापौर कार्यालय पहुंची बच्चियों एवं महिलाओं ने महापौर को राखी भी बांधी। इस दौरान बच्चियों और बहनों ने महापौर को निःशुल्क मेट्रो बस सेवा के लिए धन्यवाद भी दिया। रक्षाबंधन पर्व पर 30 अगस्त को सभी माताओं, बहनों, बेटियों एवं भांजियों के लिए मेट्रो बस सेवा यात्रा निःशुल्क करने की एक दिन पूर्व महापौर द्वारा घोषणा की गई है। घोषणा पर अमल करने के लिए महापौर ने मेट्रो बस संचालक के पदाधिकारियों को भी निर्देशित करते हुए कहा है कि रक्षाबंधन त्यौहार के अवसर पर बड़ी संख्या में माताएं बहने, एवं बेटियों के द्वारा अपने-अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांधने शहर में आवागमन किया जाता है। कई परिवारों में आने जाने की सुविधा नहीं रहती है इस दृष्टिकोण से रक्षाबंधन पर्व सभी लोग उत्साह एवं सौहाद्र से मनाये उसके लिए मेट्रो बस सेवा यात्रा निःशुल्क रखी जाये। 30 अगस्त को रक्षाबंधन को सुबह 7 बजे से रात को 10 बजे तक जबलपुर शहर के हर कोने में मेट्रो बस दौड़ेगी। जानकारी के मुताबिक रक्षाबंधन के दिन करीब 65 बसें शहर में चलेंगी जिनमें की बच्चियां और महिलाएं निशुल्क सफर कर सकती हैं।
श्रावण का महीना अपने साथ शुभ पर्वों को लेकर आता है। जिसमें शिव की भक्ति और आस्था से भरे सावन सोमवार के साथ-साथ भाई-बहिनों के स्नेहपूर्ण पर्व रक्षाबंधन से भी शामिल है। बाजार राखियों और रूमालों से सजे हुए हैं। शहर के नागरिक अपने-अपने परिवारों के साथ राखी के इस त्योहार का बेसब्री से इंतज़ार भी कर रहे हैं। लेकिन कुछ लोगों का इस त्योहार को मनाने का तरीका अलग होता है। वे अपने परिवार के अलावा समाज के अन्य लोगों के साथ इस खुशी को बांटने में बिल्कुल नहीं हिचकते। इसी तारतम्य में रक्षाबंधन पर्व को मनाने के लिए सी. ए. राजेश जैन आज प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय भंवरताल, नेपियर टाउन पहुंचे। जहाँ बहनों ने उन्हें रक्षाबंधन के लिए आमंत्रित किया। वहाँ पहुंचकर उन्होंने पहले ब्रह्मा कुमारी दीदियों के मार्गदर्शन में ध्यान किया और इसके पश्चात ब्रह्मा कुमारी भावना दीदी से राखी भी बँधवाई। ब्रह्मा कुमारी दीदियों ने सी.ए. राजेश जैन को निराकार शिव स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। इस अवसर पर उनकी धर्म पत्नी अनुराधा जैन और साथी अभय रावत, बबलू पांडे, शोभना मलैया इत्यादि भी मौजूद रहे। विदित हो कि सी. ए. राजेश जैन पिछले दिनों नेत्रहीन कन्या हाईस्कूल एवं छात्रावास, रानीताल पहुंचकर भी दिव्य नेत्र कन्याओं से भी राखी बँधवायी थी और साथ ही अपने पुत्र ओणम जैन का भी जन्मदिन मनाया था। सी. ए. राजेश जैन सभी धर्मों और समुदायों के बीच अपने समाजसेवी और मानव कल्याण से जुड़े कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं।
आम जनता अपने खिलाफ़ होने वाले उत्पीड़न या अपराध के खिलाफ़ पुलिस की शरण लेती है। पुलिस भी अपराधिक मामलों को दर्ज करके उस पर आगे की कार्यवाही करती है। लेकिन सिर्फ मामला दर्ज करके और उसका अन्वेषण करने तक ही पुलिस का काम खत्म नहीं होता। उस मामले को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करना और अपराधियों को उचित दंड दिलाने में भी पुलिस की सक्रिय भूमिका होती है। जिसमें शासकीय अधिवक्ताओं की भी अहम भूमिका होती है। यही वजह थी कि पुलिस अधीक्षक जबलपुर तुषारकान्त विद्यार्थी (भा.पु.से.) ने शनिवार की शाम 5:30 बजे से डी.पी.ओ./ए.डी.पी.ओ. तथा राजपत्रित अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक ली गयी। जो कि 3 घंटे तक चली।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक जबलपुर नें न्यायालय में विचाराधीन गम्भीर, सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों, आर्म्स एक्ट, एन.डी.पी.एस. क्ट, पाक्सो एक्ट के कितने प्रकरणों की पैरवी कर रहे हैं इसकी अद्यातन स्थिति की जानकारी ली और अपनी प्राथमिकतायें बताते हुये कहा कि गम्भीर एवं सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों में, फायर आर्म्स तथा आर्म्स एक्ट के प्रकरणों में एवं नशीले पदार्थो अर्थात एनडीपीएस एक्ट, नशीले इंजैक्शन, तथा पाक्सो एक्ट के प्रकरणों में आप सशक्त एवं सारगर्भित पैरवी करें, ये बेहद जरूरी है इससे निश्चित ही क्राईम कंट्रोल में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। ऐसे प्रकरण जिनमें अपराधी को न्यायालय द्वारा दण्डित किया जायेगा, सम्बंधित कोर्ट मोहर्रिर को नगद पुरूस्कार से एवं पैरवी करने वाले शासकीय अधिवक्तागणों को मेरे द्वारा प्रशस्ति पत्र से पुरूस्कृत से सम्मानित किया जावेगा। इस दौरान उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि न्यायालय मे चालान प्रस्तुत करने के पूर्व एक बार चालान का अवलोकन सम्बंधित ए.डी.पी.ओ. से करा लें, आप भी सुनिश्चित करें कि जो तथ्य डायरी में समाहित होना चाहिये यदि उनमें कोई कमी है तो अपना मार्गदर्शन देते हुये कमी को दूर करायें ताकि न्यायालय में विचारण के दौरान ऐसी कोई कमी न रह जाये, जिसका अपराधी फायदा उठा सके। उन्होंने कहा कि न्यायालय में विचाराधीन प्रकरणों में सारगर्भित सशक्त पैरवी करें। उल्लेखनीय है कि न्यायालय के समक्ष सारगर्भित पैरवी के कारण गम्भीर अपराधों में वर्ष 2023 में अभी तक सजा का प्रतिशत 85 प्रतिशत रहा है, जिसके लिए पुलिस अधीक्षक ने पुलिस महकमे को बधाई भी दी ।
भारत सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2022 के लिए ‘‘इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड’’ आयोजित किया गए थे, जिसमे सभी 100 स्मार्ट सिटी के द्वारा हिस्सा लिया गया था। आज 25 अगस्त शुक्रवार को वीडिओ कांफ्रेंस के माध्यम से MoHUA द्वारा पुरस्कारों की घोषणा की गई। यह पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम राष्ट्रपति के आतिथ्य में दिनांक 27 सितंबर 2023 को इंदौर शहर में किया जायेगा। जबलपुर स्मार्ट सिटी के इनक्यूबेशन सेंटर को Economy कैटेगरी में देश में प्रथम स्थान दिया गया हैं।
किसलिए मिला है अवॉर्ड – जबलपुर स्मार्ट स्टार्टअप इंक्युबेशन सेंटर को अर्थव्यवस्था श्रेणी में उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया गया है, क्योंकि उसने नए उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और शहर में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। केंद्र ने उत्कृष्ट उद्यमियों को उद्यमिता की भावना के लिए एक उपयुक्त माहौल, मेंटरशिप और संसाधन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ताकि वे अपने नवाचारी विचारों को सफल व्यवसायों में बदल सकें। स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करके और नवाचार को बढ़ावा देने के द्वारा, जबलपुर स्मार्ट सिटी ने न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिलाया है, बल्कि उसने मध्य भारत में उभरते व्यवसायों के लिए एक केंद्र के रूप में खुद को स्थापित किया है।
यह सेंटर 2019 से स्थापित है एवं विगत चार वर्षों से लगभग 350 स्टार्टअप लाभान्वित हुए है तथा 1000 रोजगार सृजन हुए है। भारत सरकार द्वारा स्टार्टअप इंडिया सीड फंड का तीन करोड़ का अनुदान भी प्राप्त हुआ है जिसे उद्यमियों मे वितरित किया जा रहा है। यह पुरस्कार के अथक प्रयासों और जबलपुर की जीवंत उद्यमिता की दिशा में है। हम स्टार्टअप्स का समर्थन करने और हमारे शहर की आर्थिक प्रगति में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सिटी एप को मिला है दूसरा पुरुस्कार – शहर को दूसरा पुरस्कार सिटी ऐप के सफल संचालन के लिए दिया गया जिसमें गवर्नेंस कैटेगरी मे तृतीय स्थान मिला। सिटी ऐप, जिसका उद्देश्य नागरिकों और स्थानीय प्राधिकृत अधिकारियों के बीच संवाद को सुगम बनाना है, ने शहरी सरकार के साथ नागरिकों के बीच के संवाद को क्रांतिकारी तरीके से बदल दिया है। यह ऐप नागरिकों के लिए मुद्दों की रिपोर्ट करने, जानकारी खोजने, शिकायत दर्ज करने और फीडबैक प्रदान करने के लिए एक-स्थान एक समाधान के रूप में कार्य करता है।
विभिन्न चरणों मे दोनो ही प्रोजेक्ट के नोडल ऑफिसर सहायक आयुक्त संभव अयाची और प्रोजेक्ट ऑफिसर गजेंद्र सिंह ने प्रजेन्टेशन जूरी की समक्ष दी। मूल्यांकन के बाद 100 स्मार्ट सिटी में से जबलपुर को यह पुरस्कार प्राप्त हुए। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, स्मार्ट सिटी के कार्यपालिक निदेशक एवं निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े, स्मार्ट सिटी सीईओ चंद्र प्रताप गोहल ने शहर के नागरिकों को बधाई दी और इसका श्रेय नगरवासियों को देते हुए कहा कि सभी के सहयोग से ही जबलपुर ने यह सफलता अर्जित की है।
सी. ए. राजेश जैन ने शास्त्रीनगर स्थित निराश्रित वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों को फलों का वितरण किया और साथ ही उनके साथ समय भी बिताया। जहाँ थोड़ी देर आश्रम के प्रवेश द्वार के पास ही कुछ वृद्धों के साथ बैठकर उन्होंने कुछ उनके किस्से सुने और कुछ अपने सुनाये वहीं आश्रम की अन्य वृद्ध महिलाओं के साथ बैठकर भी उनकी बातें सुनीं। इसके बाद राजेश जैन तिलवाराघट स्थित दयोदय तीर्थ गौशाला में उन्होंने क्षु. श्री तत्व सागर जी, क्षु. श्री तत्त्वार्थ सागर जी और क्षु. श्री अनुग्रह सागर जी का आशीर्वाद प्राप्त किया साथ ही गौशाला में गायों को हरा चारा खिलाया। अपनी इस सेवा यात्रा का सम्पन्न उन्होंने तिलवाराघाट पहुंचकर माँ नर्मदा के तट पर दीपदान किया। इस सेवा कार्य में उनके साथ बबलू पांडे, श्रीकांत जैन और अन्य लोगों ने भी श्रमदान किया।