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मंगलवार, सितम्बर 9, 2025
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भोपाल टेरर फंडिंग से जुड़े तीन आरोपियों को एनआईए ने जबलपुर से किया गिरफ़्तार

NIA की टीम ने 26 मई की शाम प्रतिबंधित संगठन जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिदीन, बांग्लादेश) से जुड़े भोपाल टेरर फंडिंग मामले में जबलपुर में लगभग 10 जगहों पर छापेमारी की कार्यवाही, देर रात तक चली इस कार्यवाही के बारे आधिकारिक जानकारी न मिलने के कारण अटकलों का भी दौर चला। शाम 8 बजे के आसपास क्राइम ब्रांच के दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल देखने को मिला, कुछ ही देर में ओमती, सिविल लाइन, गोसलपुर सहित कई क्षेत्रों में पुलिस का भारी बल तैनात कर दिया गया।

तीन संदिग्धों को गिरफ़्तार कर कोर्ट में किया पेश: जबलपुर में एनआईए और एमपी एटीएस की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किए 3 आरोपियों को भोपाल में एनआईए की विशेष कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी सैयद ममूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद को 3 जून तक की रिमांड पर भेज दिया। वहीं सूत्रों के मुताबिक 2 अधिवक्ता और 1 प्रोफेसर को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। सूत्रों के हवाले से आरोपियों के पास 1 एसएलआर राइफल सहित आपत्तिजनक साहित्य भी जप्त होने की बात सामने आई है। हालांकि इस बात की आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।

आखिर क्या है जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिदीन, बांग्लादेश): जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिदीन, बांग्लादेश) एक प्रतिबंधित संगठन है जोकमजोर भारतीय मुस्लिम युवाओं को प्रभावित करने, कट्टरपंथी बनाने और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ हिंसक जिहाद करने के लिए प्रेरित करने वाला संगठन है, इसके सदस्य जिहादी साहित्य, भड़काऊ वीडियो और बयानों (बायन्स) को प्रसारित करते हैं और जेएमबी, अल-कायदा और तालिबान सहित विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के आतंकवादी कृत्यों का समर्थन, औचित्य और महिमामंडन करते हैं , अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ गठबंधन करने की साजिश कर ‘हिंसक जिहाद’ की खोज के माध्यम से भारत में शरीयत आधारित इस्लामी शासन स्थापित करने का इनका अंतिम लक्ष्य है।

क्या है भोपाल टेरर फंडिंग का मामला: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को प्रतिबंधित संगठन जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिदीन, बांग्लादेश) से जुड़े भोपाल टेरर फंडिंग मामले में उत्तर प्रदेश में दो स्थानों पर छापेमारी की। 10 पहले से ही गिरफ्तार अभियुक्त और एनआईए कोर्ट, भोपाल द्वारा मामले में चार्जशीट किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में छह बांग्लादेशी हैं और सक्रिय जेएमबी कैडर हैं। वे बिना किसी वैध दस्तावेज के अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे और भारत में अपने हमदर्दों की मदद से झूठे/जाली भारतीय पहचान दस्तावेज हासिल किए थे।

बैंक पासबुक और पहचान दस्तावेज: वर्तमान में जिन दस्तावेजों की जांच की जा रही है, वे अभियुक्तों द्वारा धन के हस्तांतरण से संबंधित संदिग्ध लेनदेन से संबंधित हैं। एनआईए जांच से पता चला है कि गिरफ्तार किए गए सभी 10 आरोपी कमजोर भारतीय मुस्लिम युवाओं को प्रभावित करने, कट्टरपंथी बनाने और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ हिंसक जिहाद करने के लिए प्रेरित करने में शामिल थे। वे जिहादी साहित्य, भड़काऊ वीडियो और बयानों को प्रसारित कर रहे थे और जेएमबी, अल-कायदा और तालिबान सहित विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के आतंकवादी कृत्यों का समर्थन और महिमामंडन कर रहे थे। उनके पास अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए एक अखिल भारतीय नेटवर्क बनाने की भव्य योजना थी और अपने सह-आरोपी के साथ, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और असम सहित विभिन्न राज्यों में सफलतापूर्वक ठिकाने स्थापित किए थे। इसके अंतर्गत ही केस (RC- 11/2022/एनआईए/डीएलआई डीएलआई) एनआईए द्वारा 5 अप्रैल 2022 को यूए (पी) अधिनियम और विदेशी अधिनियम, 1946 की विभिन्न धाराओं के तहत पंजीकृत किया गया था। इसे मूल रूप से पीएस एसटीएफ में प्राथमिकी संख्या 13/2022 दिनांक 14 मार्च 2022 के रूप में पंजीकृत किया गया था। भोपाल में जेएमबी के छह सक्रिय कैडरों को उनके किराए के मकान से गिरफ्तार करने के बाद भोपाल स्थित घर से जिहादी साहित्य, डिजिटल डिवाइस, प्रिंटर, पेपर कटिंग मशीन, बुक बाइंडिंग सामग्री आदि का जखीरा भी जब्त किया गया। मामले के प्रभाव और राष्ट्रीय सुरक्षा के विकास को देखते हुए, एनआईए ने बाद में जांच को अपने हाथ में ले लिया और चार और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।

29 मई को सीएम करेंगे पथ विक्रेताओं और हाथ ठेला चालकों से चर्चा

मध्यप्रदेश शासन के द्वारा जारी दिशा निर्देशों के तहत् शहरी पथ विक्रेताओं-हाथ ठेला चालकों को प्रतिदिन आने वाली समस्याओं एवं निराकरण पर चर्चा के साथ ही पी.एम. स्वनिधि योजना अंतर्गत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण के 2 हजार ऋण प्रकरण वितरण दिनांक 29 मई 2023 को दोपहर 02 बजे से जबलपुर के मानस भवन में आयोजित किया गया है। जिसमें शहरी पथ विक्रेताओं-हाथ ठेला चालाकों को पी.एम. स्वनिधि योजना अंतर्गत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण के 2 हजार ऋण प्रकरण वितरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेगें। उक्त कार्यक्रम में शहर के गणमान्यजन, पथ विक्रेताओं के अलावा शहर के सभी जनप्रतिनिधिगण और अधिकारी भी शामिल होगें।
कार्यक्रम की तैयारियों के लिए निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े ने आर.पी. मिश्रा, उपायुक्त मनोज श्रीवास्तव, कार्यपालन यंत्री कमलेश श्रीवास्तव, नवीन लोनारे, आदित्य शुक्ला, स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, सहायक आयुक्त संभव अयाची, अंकिता जैन, रचयिता अवस्थी, शिवांगी महाजन, शिक्षा अधिकारी वीणा वरगिस, कार्यालय अधीक्षक दिलीप दुबे, प्राचार्य डॉ. शैलेन्द्र पांडे, सी.ई.ओ. जे.सी.टी.एस.एल. सचिन विश्वकर्मा, समस्त संभागीय अधिकारी, लीड बैंक प्रबंधक जिला जबलपुर, समस्त सामुदायिक संगठक, स्त्रोत संगठक डे-एनयूएलएम, ट्रेनिंग पार्टनर डे-एनयूएलएम, एवं ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्मेंट आदि के नाम शामिल किए हैं। उपरोक्त अधिकारी कर्मचारी अपर आयुक्त एवं कार्यक्रम के नोडल अधिकारी मानवेन्द्र सिंह से समन्वय स्थापित कर कार्य करेगें।

पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड कैंपस पाटन बायपास में हुआ स्वच्छता की पाठशाला का आयोजन

निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े के निर्देशानुसार स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड कैंपस पाटन बायपास जबलपुर में आयोजित स्वच्छता की पाठशाला में पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा नगर निगम की टीम को बुलवाया गया। टीम द्वारा कंपनी के डीजीएम, इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों को इस पाठशाला में एकल उपयोग प्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव के बारे में बताया गया और अपशिष्ट पृथक्करण का महत्व यानि 04 बिन अवधारणा में घर के कचरे का संग्रह और इसे घर-घर कचरा एकत्र करने वाले वाहन को किस प्रकार सौपा जाए यह भी बताया गया। वहीं गीले कचरे का उपयोग कर होम कंपोस्टिंग, जैसे विषयों पर चर्चा की गई और स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में हम कैसे नंबर वन रैंक प्राप्त कर सकते हैं, इसके बारे में सकारात्मक सुझाव प्राप्त किये गए।
इस स्वच्छता की पाठशाला में पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड के डीजीएम की उपस्थिति में इंजी. कुमार राहुल व इं. राहुल मुकाती, एएचओ अनिल बारी, सीएसआई अगस्टे वर्मा, अभिनंदन सिंह और पीजीसीआईएल के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे। साथ ही इस पाठशाला के अंत में सभी उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलवाई गई।

स्‍टैम्‍प्‌ की ज़रूरत नहीं है, मेरा साइन ही स्‍टैम्‍प्‌ है

इंदौर, आमतौर पर रेस्टोरेंट्स में खाना खाने के बाद बिना बिल चुकाये वहाँ से गायब होने की घटनाएँ सामने आती हैं। लेकिन रविवार को इंदौर में एक अनोखा मामला देखने को मिला, जहाँ एक युवक ने 20 टिफ़िन खाना ऑर्डर किया और बिना बिल चुकाये टिफ़िन सहित गायब हो गया।

एमआईजी थानांतर्गत पीड़ित राजीव अरोरा विगत कई वर्षों से एक टिफ़िन सेंटर का संचालन कर रहे हैं। उनके पास रविवार की दोपहर इंदौर के ही कान्हा होटल में कमरा नंबर 106 में रुका हुआ युवक रोहित नामदेव फोन करता है और 20 टिफ़िन खाना डिलीवर करने का ऑर्डर देता है। उसके मुताबिक वो अपने दोस्तों के साथ 3-4 दिन से इंदौर में रुका हुआ है लेकिन उसे अच्छा खाना नहीं मिल रहा है। भरपेट खाना न मिल पाने की वजह से वो टिफ़िन भेजने का निवेदन करने लगा। जिसके बाद टिफ़िन सेंटर ने रविवार को अवकाश होते हुए भी अन्य कर्मचारियों को बुलाकर खाना बनवाया और रात को लगभग सवा दस बजे उनके एक कर्मचारी ने होटल में आरोपी के रूम तक खाना भी डिलीवर किया। जब पेमेंट की बारी आई तो आरोपी युवक ने 500 रुपये देकर कहा कि अनलाइन पेमेंट नहीं हो पा रही है। कल सुबह ले लेना। आज सुबह सोमवार तक आरोपी ने पेमेंट नहीं भेजी और पेमेंट की मांग करने पर बहाने बनाता रहा। जब पीड़ित राजीव अरोरा पेमेंट लेने और खाली टिफ़िन कलेक्ट करने होटल कान्हा पहुँचे तो वहाँ होटल स्टाफ ने बताया कि वो युवक रविवार रात 11:30 बजे चेक आउट करके जा चुका है। पीड़ित ने आरोपी रोहित नामदेव से उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अब वो उनका फोन नहीं उठा रहा है। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस की शरण ली।

पीड़ित द्वारा जुटाए गए आरोपी के आधार कार्ड के मुताबिक आरोपी का पूरा नाम रोहित नामदेव पिता संजय कुमार नामदेव है, जिसकी उम्र 28 वर्ष है। जो जबलपुर के महाराणा प्रताप वॉर्ड अंतर्गत बचकेरा तालाब, गंगानगर कालोनी में निवासरत है।

जब इसकी शिकायत इंदौर के एमआईजी थाना में पीड़ित द्वारा एक लिखित आवेदन के माध्यम से की गई, तो मौक़े पर मौजूद उप निरीक्षक एम एल चौहान ने आवेदन पर थाना का स्‍टैम्‍प्‌ न लगाने का कारण दिया कि “स्‍टैम्‍प्‌ की ज़रूरत नहीं है, मेरा साइन ही स्‍टैम्‍प्‌ है।”, पीड़ित ने इस बारे में बहस न करने में भलाई समझी। लेकिन जब प्राथमिक मीडिया ने घटना का आवेदन देखा तो संबंधित थाना से इस बारे में जानकारी मांगी, तब बताया गया कि “उनके नाम की सील नहीं मिल रही होगी इसलिए उन्होंने ऐसा कह दिया होगा।” घटना के बार में बात करते हुए पुलिस ने आगे कार्यवाही करने की बात भी कही। प्राथमिक मीडिया ने आरोपी युवक रोहित नामदेव को भी फोन करके उसका पक्ष जानना चाहा लेकिन युवक द्वारा फोन नहीं उठाया गया।

संस्कारधानी में री-यूज, री-डियूज और री-साईकिल थीम पर 25 जगहों पर शुरू हुई नेकी की दीवार

स्वच्छ भारत अभियान 2023 के अंतर्गत शहर में नगर निगम द्वारा अनेक नवाचार किये जा रहे हैं। जिसके कारण शहर की तस्वीर बदलने लगी है। निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े के कुशल मार्गदर्शन एवं निर्देशन में स्वच्छता की पूरी टीम इस समय शहर की सुन्दरता में चार चाँद लगाने तथा उसमे निखार लाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। स्वच्छता टीम के सभी सदस्यों के द्वारा जो नवाचार कर संस्कारधानी सुन्दरता को बढ़ाने का कार्य किया गया है उसमें सिटी ब्यूटीफिकेशन के तहत् शहर के सभी दीवारों, चौराहों, सार्वजनिक स्थलों, शासकीय परिसरों, में आकर्षक चित्रकारी की गयी है, जिससे शहर का स्वरूप सुन्दर दिखाई दे रहा है। इसी प्रकार तीन आर अर्थात री-यूज, री-डियूज, री-साईकिल, थीम पर शहर भर में नेकी की दीवार, थैला बैंक, बर्तन बैन, फूड बैंक, पुस्तक बैंक, कबाड़ से कमाल, आदि के कार्य कराए गये हैं। जिसके कारण अब सभी जरूरतमंदों को नेकी की दीवार, कबाड़ से कमाल, बर्तन बैंक, थैला बैंक, फूड बैंक, पुस्तक बैंक, आदि का लाभ प्राप्त हो रहा है और घर से लेकर शहर के कोने कोने में कहीं भी कोई कचरा या अनुपयोगी चीजें दिखाई नहीं दे रहीं हैं क्योंकि 3 आर के अंतर्गत सभी अनुपयोगी चीजों और वस्तुओं का उपयोग किया जाकर शहर को साफ स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया जा रहा है। इस संबंध में स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह एवं कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े के निर्देशानुसार स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान 3 आर के अंतर्गत हो रहे कार्यो के बारे में शहर को सुन्दर बनाने के साथ-साथ नगर विकास एवं नागरिक सेवाओं में बढ़ोतरी हेतु सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप अब शहर की सुंदरता में निखार आने लगा है। इसके लिए शहर के प्रमुख 25 स्थानों पर स्थाई रूप से नेकी की दीवार, बर्तन बैंक, फूड बैंक, पुस्तक बैंक, कबाड़ से कमाल आदि तैयार कराये जा रहे है।

यहाँ शुरू हुई है नेकी की दीवार – राँझी, आई.एस.बी.टी., गोकुलदास धर्मशाला, ग्वारीघाट, रामपुर, शास्त्री ब्रिज, सिविक सेन्टर, गॉंधी भवन, अधारताल, कृषि उपज मंडी, चारखम्बा, आदि क्षेत्रों में नेकी की दीवार सुन्दर एवं आकर्षक तैयार कराई गयी है, जहाँ पर जरूरतमंदों के लिए सभी सामग्री उपलब्ध है। जिसके पास उपयोग से अधिक है वे नेकी की दीवार में सामग्री छोड़ सकते हैं और जिनको उपयोग के लिए जरूरी है वे भी नेकी की दीवार से उपयोग करने के लिए ले जा सकता है। विदित हो कि शहर को सुंदर बनाने के साथ-साथ स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान में शहर की रैंकिंग सुधारने के लिए ये कार्य किये जा रहे हैं।

बैठक ओपन स्टेज में कवियों और शायरों ने सुनाई एक से बढ़कर एक रचनायें

जबलपुर शहर में समय – समय पर बैठक ओपन माइक का कार्यक्रम आयोजित होता रहा है और इस बार यह कार्यक्रम रविवार 23 अप्रैल को बैठक ओपन स्टेज के नाम से आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत कपूर्रज शर्मा ने की और समा बांध दिया। वहीं दिनेश सेन शुभ, शिवानी राजपूत, सतीश मिजाजी, शिवम सोनी, आयुष ओमप्रकाश शिवहरे, और RJ अर्पित ने एक से बढकर एक रचनाएँ सुनाई जिसमे शेर, शायरी, गजल शामिल थे। वहीं नीलेश पटेल ने अपनी हास्य से भरी रचनाओं से सबको बहुत हंसाया। विदित हो कि प्राथमिक मीडिया इस कार्यक्रम का मीडिया पार्टनर, जबलपुर डेली कम्युनिटी पार्टनर और स्नैक्स गली इस कार्यक्रम के वेन्यु पार्टनर रहे। कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन रामप्रकाश राजपूत ने किया|

यह सड़क रहेगी 30 दिनों तक बंद

30 दिनों के लिए बंद रहेगी गेट नम्बर 4 से स्नेह नगर मेन रोड़

जबलपुर नगर निगम द्वारा शहर में विकास के लिए जगह जगह निर्माण कार्य कार्य कराये जा रहे हैं। जिसके कारण कहीं-कहीं मार्गो को परिवर्तित भी किया जा रहा है। हालांकि इससे नागरिकों को असुविधा भी हो रही है पर सुरक्षा की दृष्टि से भी मार्ग परिवर्तन आवश्यक है, संभाग क्रमांक 2 के संभागीय यंत्री प्रदीप मरावी ने जानकारी देते हुए बताया कि संभाग क्रमांक 02 कछपुरा के अंतर्गत गेट नंबर 04 से स्नेह नगर मेन रोड की ओर जाने वाली सड़क निर्माण का कार्य प्रगतिरत होने के कारण आज से 30 दिनों तक मार्ग बंद रहेगा। नागरिकों को होने वाली असुविधा के लिए निगम प्रशासन ने खेद व्यक्त किया है।

कलाविद् स्व. शशिन यादव स्मृति ‘‘ये जाने अनजाने छायाकार’’ 2023 के परिणाम घोषित, प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन 17 अप्रेल को

विगत 48 वर्षों से कलाविद् स्व. शशिन यादव की स्मृति में आयोजित ‘‘ये जाने अनजाने छायाकार’’ फोटो प्रतियोगिता के परिणाम आज घोषित कर दियेे गये, जो निम्नानुसार हैंः

श्वेत श्याम वर्ग मेंः-प्रथम-राकेश रावल (मुम्बई), द्वितीय- पुलकित रावत (इंदौर), तृतीय- सीतानाथ पाल (कोलकत्ता), सांत्वना पुरस्कार क्रमशः राजू तिवारी, ऋषि समद, बलवंत (इंदौर), देशभूषण जैन (दिल्ली), निजाम मंसूरी, यश गुप्ता, बिप्लव सिकदार (कोलकत्ता), डाॅ. अनिमेष सक्सेना (भोपाल), अनुराग बडोलिया, राघव, श्याम करोसिया।

रंगीन वर्ग मेंः-प्रथम- सचिन गोंटिया, द्वितीय- लक्ष्य जाट, तृतीय- विवेक जोशी मुम्बई,सांत्वना पुरस्कार क्रमशः राकेश रावल (मुम्बई), सोमिन जैन, मुकेश श्रीवास्तव (धनबाद), सीतानाथ पाल (कोलकत्ता), अंशुल सिन्हा,शोभित जैन, कु. सुचिश्मिता, कु.अन्वी गुरव, डा. अनिमेष अडे, कपिल कोल्टे, पलाश, यू.मेहरभुवनेश्वर, अजय आरनॉल्ड , गुरविंदर सिंह छाबड़ा, सिध्दार्थ पटवा, अरविंद गिरिडकर,दिलीप भालेराव (इंदौर), उमेश सोनी (इंदौर), गौरव राठौर, अफरोज खान,
सुशील चौबे, शंकर गुप्ता, सरजू पाण्डेय।

वाइल्ड लाइफ व नेचर वर्ग मेंः- प्रथम-अमन प्रीत सलूजा, द्वितीय- अजय आरनॉल्ड ,तृतीय-गार्गीशंकर व ऋषभ व्यास, सांत्वना पुरस्कार क्रमशः यश गुप्ता, अर्चित अग्रवाल, देशभूषण जैन,
गुरविंद सिंह छाबड़ा।

इस प्रतियोगिता में 240 प्रतिभागियों के लगभग 1200 चित्र देशभर से प्राप्त हुए। प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन 17 अप्रेल को शाम 5.30 बजे से मुख्य अतिथि जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह‘‘अन्नू’’ एवं विशिष्ट अतिथि प्रभात साहू (पूर्व महापौर) एवं अध्यक्ष महानगर भाजपा के द्वारा रानी दुगार्वती संग्रहालय स्थित हीरालाल राय कला वीथिका में किया जाएगा। इस अवसर पर स्व. अरविंद यादव की स्मृति में दिया जाने वाला लाइफ टाइम
प्रेस फोटोग्राफी एचीवमेंट अवार्ड वरिष्ठ प्रेस छायाकार राजेश मालवीय को प्रदान किया जाएग। जिसमें 5000/- रू. नगद एवं स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। इस प्रतियोगिता के निणार्यक रहे राजेन्द्र दानी (वरिष्ठ कथाकार), शरणजीत गुरू (वरिष्ठ आर्टिस्ट), सुगन जाट (वरिष्ठ छायाकार), राजेश नायक (वरिष्ठ पत्रकार), अजीत नारंग (छायाकार), ए. राजेश्वर राव (छायाकार), प्रमोद बड़समुद्रकर (छायाकार) रहे। मिफोसो परिवार ने सभी कला प्रेमियों से उपस्थिति की अपील इस अवसर पर की है।

बच्चों का सिनेमा है “बायसिकिल डेज़”

बच्चों का सिनेमा पीछे छूट रहा है, कोविड के बाद से ये स्थिति और बढ़ गई है। बच्चे अपने दोस्तों के साथ अपनी पसंद के सिनेमा का लुत्फ़ लेने सिनेमाघरों तक भी नहीं पहुँच पा रहे हैं। “बाइसिकल डेज़” सिनेमाघरों से बच्चों को दुबारा जोड़ने के साथ-साथ उन्हें ज़िंदगी में दोस्ती से लेकर शिक्षकों तक की अहमियत मनोरंजक ढंग से समझाने की कोशिश है। धनश्री रोडे, दीप सुले और देवयानी अनंत द्वारा निर्मित एक बहुप्रतिक्षित पारिवारिक फिल्म बाइसिकल डेज 14 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

छिंदवाड़ा में शूट हुई है फिल्म – इस फिल्म को मुख्यत: मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में फिल्माया गया है। यह फिल्म १० वर्षीय आशीष की कहानी कहती है जो गांव के मध्यम वर्गीय परिवार से है। आशीष भी बाकी बच्चों की तरह अपने आसपास के माहौल से प्रभावित है। आशीष भी अपने दोस्तों की तरह शहर पढ़ने जाना चाहता है पर उसके पिताजी चाहते है कि वो गांव में ही पढ़े, उसे भी बाकी बच्चों की तरह नई पुस्तकों से पढ़ना है, पर उसे उसकी बड़ी बहन की पुरानी पुस्तकें दी जाती है। स्कूल से निकटता के कारण वह सरकारी वितरण कार्यक्रम द्वारा दी गई साइकिल से वंचित रह जाता है। आशीष अपने आसपास हो रहे बदलाव को समझ नहीं पाता और निराश होने लगता है। वह हर उस बात और व्यक्ति से नाराज हो जाता है जिससे वह पहले बहुत प्रेम करता है।

मनोभावों और यथार्थ का चित्रण – देवयानी अनंत द्वारा निर्देशित और लिखित यह फिल्म बच्चों की मनस्थिति को दर्शाती है। यह फिल्म जीवन में दोस्ती और एक छात्र के जीवन में शिक्षक की भूमिका की महत्वता समझती है। यह फिल्म विपरीत परिस्थितियों में धैर्य रखना सिखाती है। केयूर भगत द्वारा रचित संगीत, कहानी में एक भावपूर्ण स्पर्श जोड़ते है, जबकि साहेब श्रेय द्वारा लिखे गए गीत पात्रों की भावनाओं और गहराई को व्यक्त करते हैं। बाईसिकल डेज के कलाकारों का नेतृत्व दर्शित खानवे कर रहे है, जो आशीष की भूमिका निभा रहे है और सोहम शाह एक शिक्षक की भूमिका निभा रहे है। फिल्म में ऋषभ साहू, पर्व अग्रवाल, मुदित गुन्हेरे, कार्तिक नेमा, मितुल गुप्ते, निधि दीवान और उमेश शुक्ला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पी कल्याणी सुनील द्वारा कैप्चर की गई फिल्म की शानदार सिनेमैटोग्राफी, कहानी में यर्थाथवाद की भावना को जोड़ते हुए मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाकों की सुंदरता को दर्शाती है। अजय कडवाडकर की कोरियोग्राफी फिल्म के संगीत दृश्यों में आनंद का एक तत्व जोड़ती है और छोटी-छोटी चीजों में खुशी खोजने के महत्व पर प्रकाश डालती है।

देवयानी अनंत एक दशक से अधिक समय से हिन्दी फिल्म उद्योग में काम कर रही है। वह मध्यप्रदेश की मूल निवासी है और सम्राट अशोक अभियांत्रिकी महाविद्यालय विदिशा से इंजीनियरिंग पास आउट है। हिंदी फीचर फिल्म ‘‘बाइसिकल डेज’’ उनकी पहली फीचर फिल्म है, जिसमें नायक सहित सभी बाल कलाकार मध्य प्रदेश के विभिन्न स्कूलों से हैं, साथ ही फिल्म में मध्यप्रदेश के थिएटर समूहों के कुछ वरिष्ठ कलाकारों को भी शामिल किया गया है, इनके अलावा 40 बच्चें शासकीय माध्यमिक शाला लकडाई जम्होडी के हैं, जो शूट की मुख्य लोकेशन थी।

जबलपुर में हुआ कविताई-2 का आयोजन

शुक्रवार को ‘हिन्दी में’ तथा ‘माही संदेश पत्रिका’ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘कविताई’ (चैप्टर – दूसरा) और माही संदेश प्रकाशन से शीघ्र प्रकाश्य ममता पंडित के काव्य संग्रह ‘चाबियाँ – उम्मीदों की’ के आवरण पृष्ठ का अनावरण कार्यक्रम भव्य और ऐतिहासिक रूप से जबलपुर के निराश्रित वृद्धाश्रम में संपन्न हुआ।

इस कार्यक्रम में आमंत्रित अतिथियों के रूप में जबलपुर से डॉ. कौशल दुबे, मनीष तिवारी,आलोक पाठक आदि साहित्य साधकों की उपस्थिति प्रार्थनीय रही। देशभर के सुप्रसिद्ध रचनाकारों के रूप में कवि दिव्येंदु दीपक, दिनेश सोनी ‘राज़’,दिनेश सेन ‘शुभ’,विजय आनंद ‘माहिर’, ममता पंडित, शिवांकित तिवारी ‘शिवा’,अंशुल ‘नादान’,विनीत जैन,सजल श्रीवास्तव, अनामिका चौकसे,शिवम सोनी, डॉ.प्रतिभा पटेल,तेजप्रताप चौबे,अक्षत व्यास,अजय ‘अलंकार’,शशिधर मिश्रा ‘पथिक’, ज़ोई मिश्रा,प्रशांत मिश्रा ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन अजय मिश्रा ‘अजेय’ किया।

‘कविताई’ कार्यक्रम की इस पहल में प्रायोजक के तौर पर प्रशांत कुमार शुक्ला,अपना प्यारा जबलपुर,जबलपुर पब्लिक, जबलपुर डेली, प्राथमिक मीडिया, प्रकृति प्रेरणा और फेकथा ने पूरी उत्सकुता के साथ कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में अपना योगदान दिया। कार्यक्रम के आयोजक शिवांकित तिवारी और ममता पंडित ने बताया कि संस्कारधानी जबलपुर प्राचीन समय से ही साहित्य,कला का गढ़ रही है और यहां का साहित्यिक गौरव सदैव से दैदीप्यमान रहा है अत: यहां निरंतर साहित्यिक आयोजन कराना और साहित्य की लौ को जलाये रखना हमारी मूलभूत जिम्मेदारी है और हम सदैव साहित्य की दिशा में ऐसे ही निरंतर आयोजन कराते रहेंगे।

ममता पंडित की आगामी पुस्तक ‘माही संदेश’ प्रकाशन से जल्द आने वाली है जिसके आवरण पृष्ठ का सफलतापूर्ण विमोचन किया गया है। ’माही संदेश पत्रिका’ के प्रधान संपादक रोहित कृष्ण नंदन समेत उनकी समस्त टीम ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की है।

‘हिन्दी में’ संस्था साहित्य,सृजन और शिक्षा के उद्देश्य को लेकर देश के विभिन्न शहरों में कविता यात्राएं आयोजित कर रही है और यह कविता यात्रा दूसरा पड़ाव था जिसे जबलपुर के साहित्य प्रेमियों ने अभूतपूर्व प्रेम दिया है। कविता यात्रा का अगला चरण शीघ्र आयोजित किया जायेगा।

कार्यक्रम के आयोजक सदस्य ममता पंडित और शिवांकित तिवारी ने इस आयोजन को सफ़ल बनाने हेतु संस्कारधानी के समस्त साहित्यप्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।