
जबलपुर। स्वच्छता में देशभर में पांचवां स्थान हासिल करने के बाद नगर निगम जबलपुर ने एक और अभिनव पहल की है। अब मंदिरों और घरों की पूजन सामग्री को जल स्त्रोतों में विसर्जित करने के बजाय एकत्र कर उससे अगरबत्ती, धूपबत्ती और ऑर्गेनिक खाद बनाई जाएगी। इस पहल के अंतर्गत रानीताल स्थित हनुमान मंदिर से शुरुआत की गई, जहाँ से पूजन सामग्री को दो इलेक्ट्रिक वाहनों की सहायता से कलेक्ट कर कम्पोस्ट प्लांट तक पहुँचाया गया। इस परियोजना के तहत स्व-सहायता समूह की महिलाएं इन पूजन सामग्रियों से अगरबत्ती और धूपबत्ती बनाएंगी, जिससे उन्हें रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। महापौर अन्नू ने कहा कि संस्कारधानी की मातृशक्ति को इस योजना से सशक्त बनाया जाएगा।
नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज ने कहा कि इस नवाचार से पूजन सामग्री अब जल स्त्रोतों में विसर्जित नहीं होगी, जिससे नदियों और तालाबों की साफ-सफाई भी बनी रहेगी। निगमायुक्त प्रीति यादव ने बताया कि यदि आवश्यकता हुई, तो और अधिक गाड़ियाँ और प्लांट्स की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस अवसर पर राम सोनकर, दामोदर सोनी, अंशुल यादव, हर्षित यादव, डॉ. सुभाष तिवारी, उपायुक्त संभव अयाची, स्वास्थ्य अधिकारी अंकिता बर्मन, सहायक यंत्री अभिनव मिश्रा, स्वास्थ्य अधिकारी अर्जुन यादव और स्वच्छता निरीक्षक सौरभ तिवारी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सभी नागरिकों से अपील की गई है कि अपने घरों की पूजन सामग्री को मंदिरों में रखे गए विशेष डस्टबिनों में ही डालें ताकि इसे सही तरीके से रीसायकल किया जा सके।