
पीआईबी, दिल्ली. भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा देशभर में अनुसूचित जातियों सहित कलाकारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘कला संस्कृति विकास योजना (Kala Sanskriti Vikas Yojana – KSVY) चलाई जा रही है। यह एक केंद्रीय क्षेत्र की समेकित योजना है, जिसके तहत प्रदर्शन कला से जुड़े संगठनों व व्यक्तियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। 2021 से अब तक पिछले चार वर्षों में इस योजना के तहत ₹817.51 करोड़ की राशि व्यय की गई है। योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को प्रशिक्षण, सांस्कृतिक अवसर और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है, विशेष रूप से अनुसूचित जाति के कलाकारों, रंगमंच समूहों और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने। वित्तीय सहायता का उपयोग सामान्य वित्तीय नियम (GFR) 2017 के अंतर्गत प्रमाणित उपयोग प्रमाण पत्र, बिल-वाउचर, फोटो/वीडियो और पूर्णता प्रमाणपत्र आदि के माध्यम से निगरानी की जाती है। साथ ही, मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण भी किया जाता है।
- कला संस्कृति विकास योजना (KSVY) के अंतर्गत प्रमुख उप-योजनाएँ:
- 1. गुरु-शिष्य परंपरा के संवर्धन हेतु वित्तीय सहायता (Repertory Grant):
- थिएटर, संगीत और नृत्य के लिए गुरुओं व शिष्यों को सहायता। गुरु को ₹15,000 प्रतिमाह और शिष्य को ₹2,000 से ₹10,000 प्रतिमाह (उम्र के अनुसार) सहायता।
- 2. कला एवं संस्कृति संवर्धन हेतु वित्तीय सहायता:
राष्ट्रीय स्तर की सांस्कृतिक संस्थाओं को सहायता: ₹1 करोड़ तक की सहायता, विशिष्ट मामलों में ₹5 करोड़ तक। - सांस्कृतिक आयोजन व उत्पादन अनुदान (CFPG): ₹5 लाख से ₹20 लाख तक सहायता।
- हिमालयी सांस्कृतिक विरासत संरक्षण: ₹10 लाख तक की वार्षिक सहायता।
- बौद्ध/तिब्बती संस्थानों हेतु सहायता: ₹30 लाख से ₹1 करोड़ तक।
- भवन अनुदान (स्टूडियो थिएटर आदि): महानगरों में ₹50 लाख, गैर-महानगरों में ₹25 लाख तक।
- घरेलू महोत्सव व मेले: ‘राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव’ के माध्यम से कलाकारों को मंच।
3. टैगोर सांस्कृतिक परिसरों के निर्माण हेतु सहायता – नए सांस्कृतिक स्थलों के निर्माण और पुराने केंद्रों के उन्नयन हेतु। ₹15 करोड़ तक की परियोजनाओं में 60:40 या 90:10 अनुपात में केंद्रीय सहायता।
- 4. छात्रवृत्ति और फैलोशिप योजनाएँ:
- उत्कृष्ट व्यक्तियों हेतु फैलोशिप – जूनियर: ₹10,000/माह, सीनियर: ₹20,000/माह (2 वर्षों के लिए)।
- युवा कलाकारों हेतु छात्रवृत्ति – 18-25 वर्ष की आयु के कलाकारों को ₹5,000/माह (2 वर्षों तक)।
- टैगोर राष्ट्रीय फैलोशिप – फैलोशिप: ₹80,000/माह + भत्ता, स्कॉलरशिप: ₹50,000/माह + भत्ता।
- 5. वरिष्ठ कलाकारों के लिए वित्तीय सहायता: 60 वर्ष से अधिक उम्र के कलाकारों को ₹6,000/माह तक की सहायता। मृत्यु के बाद उनके जीवनसाथी को सहायता स्थानांतरित की जाती है।