सुधीर मिश्रा द्वारा निर्देशित, भूमि पेडणेकर, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, सुमित व्यास और शारिब हाश्मी द्वारा अभिनीत “अफ़वाह” व्हाट्सएप और फेसबुक यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के मुंह पर एक कड़ा तमाचा है। वैसे तो फिल्म की कहानी एक युवा नेता की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं से शुरू होती है और जल्द ही रफ्तार पकड़ते हुए अपने मुख्य मुद्दे पर आ जाती है। वैसे तो फिल्म में और भी छोटे-छोटे मुद्दे आपको देखने के लिए मिलेंगे लेकिन जो सबसे जरूरी बात इस फिल्म में दिखाई गई है वो यह कि कि लोग सोशल मीडिया और आईटी सेल के जरिए किस तरह अपने फायदे के लिए अफ़वाह फैलाते हैं और ये अफ़वाह किस तरह से लोगों के जीवन को प्रभावित करती है। प्रभावशाली लोगों ने सिस्टम को किस तरह से अपनी मुट्ठी में किया हुआ है और कैसे वो उनका दोहन करते हैं। कैसे सोशल मीडिया को हथियार की तरह इस्तेमाल करके लोग अफ़वाह फैलाते हैं और किस तरह लोग आंख बंद करके उस पर भरोसा भी कर लेते हैं। कहानी में और क्या है? अभिनय कैसा है? इस सबसे ज़्यादा ज़रूरी है फ़िल्म में दिखाया गया सन्देश। इसलिए इस दौर को अगर समझना है तो “अफ़वाह” जरूर देखिए। ये नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
नगर निगम जबलपुर के शासकीय योजना विभाग के प्रभारी राकेश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यप्रदेश शासन, सामाजिक न्याय एवं निःशक्त जनकल्याण विभाग के जारी निर्देशों के अंतर्गत नगर निगम सीमा क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 8 जुलाई 2023 को मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाना था, उक्त कार्यक्रम को अपरिहार्य कारणों से आगामी आदेश तक स्थगित किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना में रजिस्टर्ड पात्र हितग्राहियों को जल्द ही आगामी तिथि से अवगत कराया जायेगा। निगम प्रशासन ने उक्त कार्यक्रम के स्थगित होने पर खेद व्यक्त किया है।
जेठ की तपती दुपहरी, पसीने से लथपथ माँ, अपने पल्लू से चेहरे को, पोंछते हुए रसोई में, दीवार का सहारा लेकर, खड़ी हुई सेंक रही है रोटियां, माँ मेरा बैग कहाँ है, मैने आवाज लगाई, अपने पल्लू से हाथ पोंछते हुए, रसोई से बाहर निकल कर, वो मेरे कमरे में आई, मेरा बैग निकाल कर, मुस्कुराकर मेरे हाथों में थमाया, अभी वो पुनः रसोई में जाती, उससे पहले ही बहन का पैगाम आया, माँ मेरा टिफिन किधर है? भागते कदमों से माँ ने, उसे भी टिफिन थमाया, बहन को टिफिन देने से पहले ही, पिता जी का, बुलावा आया सुधा, जरा इधर तो आना, मेरे मोजे नहीं मिल रहे हैं! माँ रसोई का रुख करने से पहले, पिता जी की आवाज की दिशा में दौड़ी, उनके हाथ में मोजे, पकड़ा कर पलटी जैसे ही, दादा जी ने तेज स्वर में कहा, बहू मेरी दवाईयां कहाँ हैं? माँ ने जैसे ही दवाओं की थैली, दादा जी को पकड़ाई, दूसरी तरफ से दादी की आवाज आई, बहू मेरी चाय का क्या हुआ, अब तक तूने क्यों नहीं बनाई? दादी की चाय बना उनको, माँ ने मुस्कुराकर थमाई, फिर जैसे-तैसे सारे कामों से, निपटकर वो आराम करती, वैसे ही किसी ने, दरवाजे की घंटी बजाई, माँ ने भागकर दरवाजा खोला, सामने खड़ा था दूध वाला, दूध का पैकेट लेकर, जैसे ही माँ अंदर आई, वैसे ही पुनः दरवाजे की घंटी बजी, माँ ने जाकर दरवाजा खोला, तभी काम वाली ने कहा, कब से घंटी बजा रही थी मैं, दरवाजा क्यों नहीं, खोल रहीं थी भाभीजी? माँ बिना कहे कुछ उससे, दरवाजे से परे हट गई, वह अंदर घुसकर आई, जैसे वो है घर की मालकिन, और माँ हैं कामवाली बाई, काम करते हुए, कामवाली ने, दादी जी के साथ मिलकर, दो-चार घरों की,चुगली सुनाई, जिसे सुनकर माँ, मन ही मन भुनभुनाई, पर दादी के प्रवचन, हो ना जाएं कहीं शुरू, इसलिए, बोल जुबां तक ना लाई, माँ ने झटपट से चौका किया साफ, तभी बाहर सड़क पर, सब्जी वाले ने टेर लगाई, थामकर एक टोकना, पैरों में फंसाकर स्लीपरें, माँ सड़क पर निकलीं, सब्जियों का करके मोल-भाव, उन्होंने अपनी जरूरत की, सब्जियां, अपने टोकने में भरवाई, सब्जी के चुकाकर पैसे, वो अपने भीतर आईं और दोपहर के भोजन के, इंतजाम में समाईं, भोजन बनाकर दोपहर का, दादाजी और दादी को परोसा, दोनों के नखरे हुए शुरू, किसी को था नमक-मिर्च कम, तो किसी को था अधिक मसाला, पर किसी को दिखा नहीं, माँ, के हाथ-पैरों का छाला, दिन भर दौड़ते-भागते हुए, दिन का हुआ सफर पूरा, और रात की बेला आई, शुरू हुआ फरमाइशों का दौर, दर्द से माँ की आँखेँ भर आईं, फिर भी किया सबका मान पूरा, सबको अलग-अलग व्यंजन बनाई, आया फिर खाने का दौर, जब इकट्ठे हुए सब टेबल पर, सबने माँ के हाथ के बने खाने की, अलग-अलग कमियां गिनाई, तानों की हुई बौछार शुरू, क्या करती हो दिनभर घर पर, एक खाना बनाना ही काम है, वह भी ढंग का नहीं होता, ऐसे खाने को मुंह में, डालने का मन ही नहीं होता, माँ ने सुनी सबकी जली-कटी बातें, मुँह में रखा बंद फिर भी, अलीगढ़ का बड़ा सा ताला, उसके हाल तो ऐसे हैं, जैसे कोई बड़ा गुनाह हो कर डाला, फिर भी अपनी ड्यूटी समझ, उसने सबको खाना खिला, खुद भी अनमने मन से, अपने भी मुँह में डाला निवाला, फिर समेटकर रसोई और टेबल का खाना, उसको फ्रिज में डाला, सबसे फारिग हुई जैसे ही, चेक किए घर के सभी, खिड़की और दरवाजे, फिर बुझा कर घर की बत्तियां, एक निगाह सब पर डाली, जहाँ सब ले रहे थे, जोर-जोर के खर्राटें, उसने अपने को भी किया, बिस्तर के हवाले, सब सोच-सोच कर थी हैरान, हाथ पैरों से अधिक थे, माँ के हृदय पर छाले! समाकर बिस्तर में, पड़ा था शरीर निढाल सा, पर मन था दौड़ रहा, रेस के घोड़े सा सरपट, आज तक तो सुनती आ रही थी, सुबह और शाम के ताने, लेकिन शुरू होंगी कल से, छुट्टियां गर्मियों की, तब शुरू होगा मेरा सफ़र जिसमें सुबह से शाम तक, तानों के नाश्ते से, रात के भोज तक, ताने ही मेरे आहार होंगे, कभी-कभी तो लगता है, माँ, बहन, बेटी, या पत्नी होना, क्या कोई अपराध है? जहाँ, बिना किए फिक्र अपनी, जुटी रहती है दिनभर चाहे, माघ का हो जाड़ा, या फिर जेठ की गर्मी, अथवा भादों की बरसात हो! मेहनत नहीं अखरती, यदि मेहनत का कोई, सच्चा कदरदान है! क्योंकि मेहनत सभी, महिलाओं के लिए, खुदा की रहमत और वरदान है
जबलपुर में संवेदनशील क्षेत्रों में रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी का पैदल मार्च लगातार हो रहा है। रैपिड एक्शन फोर्स के असिस्टेंट कमांडेंट आर पी चौधरी ने बताया कि जबलपुर पुलिस अधीक्षक के द्वारा मिली जानकारी के बाद संवेदनशील क्षेत्रों पर लगातार रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी गश्त कर रही है। जिसके ज़रिए संवेदनशील क्षेत्रों को परखने के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्यवाही की जा सके। इसी तारतम्य में आज घमापुर थाना क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स ने कांचघर चौक से होते हुए सरकारी कुआं, करियापाथर, लाल माटी, चुंगी चौकी सहित पूरे घमापुर क्षेत्र में पैदल मार्च किया गया। देखिए नील कमल तिवारी की स्पेशल रिपोर्ट
रानी दुर्गावती बलिदान दिवस के आयोजन को लेकर हुई बैठक
आक्रमणकारी सेनाओं से युद्ध करते हुये अपने प्राणों का प्रेरणादायी बलिदान करने वाली गोंडवाना (गढ़ा-मण्डला) की महारानी वीरांगना रानी दुर्गावती का 460वां बलिदान दिवस इस वर्ष मनाया जाना है। सन् 1971 से निरन्तर जारी परम्परा के अनुरूप इस वर्ष भी वीरांगना दुर्गावती के बलिदान दिवस पर दो दिवसीय आयोजन होंगे। ये आयोजन नगर निगम द्वारा मित्रसंघ एवं मिलन के दुर्गावती स्मृति रक्षा अभियान के सहयोग से होंगे। आज कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार करने के लिए प्रशासकीय बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें रानी दुर्गावती स्मृति रक्षा अभियान के संयोजक मोहन शशि, सहसंयोजक सच्चिदानंद शेखटकर, पारीतोष वर्मा, एथेलेटिक संघ के सचिव महेन्द्र विश्वकर्मा, शिविर तिवारी, रोहित राणा, विजय तिवारी, जितेन्द्र चौधरी, मनोज पर्ते, धनिराम, राजेन्द्र यादव, मनोज श्रीवास्तव, सहायक आयुक्त अंकिता जैन, रचियता अवस्थी, शिक्षाधिकारी वीणा वर्गिश, क्रीणाअधिकारी राकेश तिवारी, उद्यान अधिकारी सुरेन्द्र मिश्रा, वैभव तिवारी, देवेन्द्र चौहान, फायर अधीक्षक कुशग्र ठाकुर, आदि उपस्थित थे।
पुरूष और महिला वर्ग की मैराथन दौड़: वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर 22 जून को वीरांगना रानी दुर्गावती दौड़ का आयोजन होगा। महिला-पुरूष वर्ग की पृथक-पृथक दौड़ प्रतियोगिता हर आयु वर्ग के लिये आयोजित होगी। भॅंवरताल उद्यान से प्रातः 06 बजे से महिला वर्ग की प्रतियोगिता दौड़ भंवरताल से मदन महल-शारदा चौक तक आयोजित होगी। इसी तरह पुरूष वर्ग की प्रतियोगिता दौड़ भवरताल से रानी दुर्गावती समाधि स्थल तक होगी। दोनों वर्ग के विजेताओं को पुरूस्कार भी दिये जायेंगे। 24 जून को वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर बारहा स्थित समाधि स्थल पर एवं भॉंवरताल उद्यान में स्थापित प्रतिमा स्थल पर कार्यक्रम के आयोजन होंगे। समाधि स्थल पर शपथ समारोह के बाद मशाल लेकर धावक भॉंवरताल उद्यान आयेंगें।
अपने सोशल मीडिया अकाउंट में अपने सोशल मीडिया हैन्डल के सामने ब्लू टिक कौन नहीं देखना चाहता? इसके लिए सोशल मीडिया इन्फ्लूएन्सर जी तोड़ मेहनत करते हैं ताकि उनका अकाउंट वेरीफ़ाईड हो सके और उन्हें ब्लू टिक मिल जाए। लेकिन फेसबुक और इंस्टाग्राम का संचालन करने वाली कंपनी मेटा ने अब इसके लिए मापदंड बदल दिए हैं। उन्होंने भारत में अपने मेटा सत्यापन कार्यक्रम के विस्तार की घोषणा की है।
क्या होगा प्रोफाइल के सत्यापन से
मेटा के मुताबिक फरवरी में मेटा ने मेटा वेरिफाइड नाम से एक नई पेशकश पेश की जिसका उद्देश्य इच्छुक क्रिएटर्स को इंस्टाग्राम और फेसबुक पर उनकी ग्रोथ बढ़ाने में मदद करना था। जहाँ यूजर सरकारी आईडी का उपयोग करके खाते की प्रामाणिकता के ज़रिए एक सत्यापित बैज हासिल करता है जो नकली या उससे मिलती जुलती प्रोफाइल बनने से रोकता है और सुरक्षा बढ़ाता है। इसके पहले चरण का परीक्षण ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में किया गया और अब भारत में यह किया जा रहा है।
मेटा वेरिफाइडकी जरूरत क्यूँ पड़ी?
मेटा के मुताबिक कॉन्टेन्ट क्रियेटर्स अक्सर सत्यापन और अकाउंट सपोर्ट के लिए सुविधा प्राप्त करने की कोशिश करते हैं इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए, कंपनी पिछले साल से एक तय राशि लेकर इन सुविधाओं को यूज़र्स को देने के बारे में सोच रही है।
क्या हैं इसके फायदे?
भारत में मेटा वेरिफाइड का विकल्प चुनने से यूज़र्स को ये फायदे मिलेंगे,
सत्यापित बैज: खाते की प्रामाणिकता की पुष्टि करने के लिए बैज का सत्यापन(ब्लू टिक) दिया जाएगा। जिसके लिए यूज़र्स के सरकारी आईडी की आवश्यकता होगी।
बढ़ी हुई खाता सुरक्षा: प्रोएक्टिव अकाउंट मॉनिटरिंग यूज़र्स को बढ़ते ऑनलाइन दर्शकों के साथ अपनी टारगेट ऑडियंस तक पहुँचने में मदद और मिलती-जुलती प्रोफाइल बनने से रोकेगी।
अकाउंट सपोर्ट: अकाउंट से संबंधित सामान्य समस्याओं के लिए भी सहायता उपलब्ध होगी। हालांकि वर्तमान में सपोर्ट केवल अंग्रेजी में दिया जाता है लेकिन आने वाले महीनों में हिंदी भाषा से सपोर्ट दिया जाएगा।
और जिनके पास पहले से ब्लू टिक मौजूद है वो?
उनके लिए फिलहाल अच्छी ख़बर ये है कि उनका ब्लू टिक जैसे का तैसा रहेगा। लेकिन अगर वो मेटा सब्स्क्रिप्शन से संबंधित सेवाएँ पाना चाहते हैं तो वे भी इसके लिए अप्लाइ कर सकते हैं।
कितने में मिलेगा ब्लू टिक?
इंस्टाग्राम और फेसबुक पर मेटा वेरिफाइड अब भारत में सब्स्क्रिप्शन के लिए उपलब्ध हो रहा है। 18 वर्ष से ऊपर के एलिजबल यूज़र्स मासिक सदस्यता खरीद सकते हैं। आईओएस और एंड्रॉइड यूज़र्स के लिए 699 रुपये में ये उपलब्ध होगी। हालांकि वेब यूज़र्स के लिए इसे आगामी महीनों में 599 प्रति माह पर उपलब्ध करवाने की योजना है। लेकिन कुछ व्यवसाय ऐसे हैं जो अभी मेटा सत्यापन के लिए अप्लाइ नहीं कर पाएंगे। इसकी विस्तृत लिस्ट मेटा ने साइट पर दी है। इसके लिए आपको अपनी प्रोफाइल में जाना होगा, वहाँ मौजूद ऑप्शन “सेटिंग्स” में क्लिक करना होगा। इसके बाद अकाउंट सेंटर पर जाईए और फिर मेटा वेरीफ़ाईड पर, यहाँ पर आप अपने अकाउंट के सामने आपको मेटा वेरीफ़ाईड अवेलेबल दिखाई देगा। जिसके बाद इससे जुड़े ऑप्शंस को ध्यान से पढ़कर ही एक्सेप्ट करते हुए आगे बढ़ें। कुछ यूज़र्स का मेटा वेरीफाइड सीधे हो रहा है लेकिन कुछ यूज़र्स को इस तरह वेटलिस्ट से भी जुड़ना पड़ सकता है। विदित हो कि कुछ समय पहले ट्विटर ने भी ट्विटर ब्लू के नाम से सब्स्क्रिप्शन देना शुरू किया है।
कल शनिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान जबलपुर आगमन प्रस्तावित है। वे शाम पाँच बजे मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के गैरिसन ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय हितलाभ वितरण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान उनके आगमन-प्रस्थान और कार्यक्रम के दौरान जबलपुर पुलिस द्वारा यातायात डायवर्सन और पार्किंग की व्यवस्था इस प्रकार की गई है।
डायवर्सन व्यवस्था-
1-कार्यक्रम के दौरान यादगार चौक, एम्पायर तिराहा, पेंटीनाका चौक, समन्वय चौक से किसी भी प्रकार के वाहन गैरिसन ग्राउण्ड सृजन चौक की ओर नही जा सकेंगे।
2-कार्यक्रम के दौरान कैरब्ज तिराहा, मण्डला क्रासिंग, गन चौक, बिरमानी पेट्रोल पंप चौक, सदर बाजार, रिज रोड से समस्त प्रकार के बड़े/मध्यम वाहनों का कार्यक्रम स्थल गैरिसन ग्राउण्ड की ओर जाना प्रतिबंधित रहेगा।
3-मण्डला से आने वाली बसे एकता मार्केट वायपास से डायर्वट होकर अंधमूक होते हुए दीनदयाल बस स्टैड जाएंगी।
गैरीसन ग्राउण्ड कार्यक्रम दौरान पार्किंग व्यवस्था-
नर्मदा क्लब- कार्यक्रम में शामिल होने वाले गणमान्य नागरिक जो एम्पायर तिराहा की ओर से कार्यक्रम में आयेगंे, उनकी कारें नर्मदा क्लब में पार्क होगी।
आईजी ग्राउंड (सृजन चौक के पास)- 1. दो/ चार पहिया वाहन सृजन चौक पार्किंग स्थल मीडिया पार्किग।
आईजी ग्राउंड (पेंटीनाका के पास)- 1. दो/ चार पहिया वाहन एवं बसों की पार्किंग।
आरसीएम ग्राउंड- सिहोरा, मझौली ,पनागर, पाटन, कटंगी से आने वाली बसे शहर के बाइपास मार्ग से होते हुुये तिलवारा पुल, चुल्हा गोलाई, एकता मार्केट, गोराबाजार होते हुए आर.सी.एम.ग्राउण्ड में बसें पार्क होगी।
मुर्गी मैदान- शहपुरा, बरगी, भेड़ाघाट, बरेला एवं नगर निगम से आने वाली बसे तिलवारा पुल से शॉन एलिजा, बरगी हिल्स, ग्रेनेड चौक, बंदरिया तिराहा, कपूर क्रासिंग, जॉयसवाल पेट्रोल पंप पर उतार कर मुर्गी मैदान में पार्क होगी एवं नगर निगम क्षेत्र से आने वाली बसों की पार्किंग।
वेटनरी कॉलेज पार्किंग- कुण्डम, खमरिया, रांझी से आने वाली वाहनों की पार्किंग।
व्ही.आई.पी. पार्किंग-सृजन चौक से यादगार चौक – सी.एम.का कारकेट, सांसद, महापौर, सृजन चौक से यादगार चौक तक पार्किंग।
सेंट थॉमस स्कूल पार्किंग- अन्य दो/चार पहिया वाहनों की पार्किंग।
एयरपोर्ट जाने वाले समय से आधे घंटे पहले पहुँचे – डुमना एयरपोर्ट फ्लाईट से जाने वाले यात्रियों को समय से आधे घण्टे पहले एयरपोर्ट पहुँचने की हिदायत दी गई है। ताकि व्हीआईपी मूवमेंट के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। पुलिस प्रशासन ने संस्कारधानीवासियों से अपील करते हुए कहा है कि यातायात व्यवस्था को सुगम और सुचारू रूप से बनाये रखने के लिए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।
कार्यक्रम के संबंध में जबलपुर एसपी ने भी ली बैठक
सीएम के प्रस्तावित जबलपुर आगमन और कार्यक्रम के चलते आज पुलिस कन्ट्रोलरूम जबलपुर में पुलिस अधीक्षक जबलपुर तुषार कांत विद्यार्थी ने कार्यक्रम स्थल गैरिसन ग्राउंड और अन्य व्यवस्था में लगे अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने वहाँ मौजूद अधिकारियों को व्यवस्थाओं के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर दक्षिण) संजय कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक अधारताल प्रियंका करचाम, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली प्रभात शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक ओमती आर.डी. भारद्वाज, नगर पुलिस अधीक्षक गोरखपुर प्रतिष्ठा राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय/ नगर पुलिस अधीक्षक कैट तुषार सिंह, उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अपूर्वा किलेदार, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी अंकिता खातरकर, एसडीओपी सिहोरा पारूल शर्मा मरावी, उप पुलिस अधीक्षक अपराध सुशील चौहान उपस्थित रहे। विदित हो कि बेैठक के पूर्व आज शाम 4 बजे व्यवस्था मे लगे सभी राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारियों ने कार्य्रक्रम स्थल गैरिसन ग्राउंड पहुंचकर अपने ड्यूटी स्थल को देखा तथा व्यवस्था सम्बंधी रिहर्सल की ।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अवैध कालोनी को वैध करने की मुहिम से आशान्वित होकर त्रिपुरी वार्ड के अंतर्गत आने वाले खसरा नम्बर 662 की विभिन्न कालोनियों के नागरिकों ने आज नगर निगम नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल और त्रिपुरी वार्ड पार्षद सुनील पुरी गोस्वामी के संयुक्त नेतृत्व में कालोनी सेल के अधिकारी सत्येन्द्र दुबे को कालोनियों का विधिवत सर्वे, सीमांकन कराकर कालोनियों को वैध कराने का आवेदन दिया। कालोनीवासियों का कहना है कि जब पूरे प्रदेश में अवैध कालोनियाँ वैध हो रही हैं तो उनकी कालोनियों को भी वैध होने का पूरा हक है। कमलेश अग्रवाल ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि नियम अनुसार त्वरित कदम उठाते हुये उचित प्रक्रिया का जल्द से जल्द पालन हो।
कुछ दिनों से एक विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री बागेश्वरधाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री को टीवी स्क्रीन पर देख रहे हैं और सुन रहे हैं। बहुत से लोगों ने ये विडिओ सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है जिसमें धीरेन्द्र शास्त्री वृद्धाश्रम की अपनी एक विजिट का किस्सा सुना रहे हैं। हाल ही में पी आई बी फैक्ट चेक ने इस विडिओ की जांच करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट के ज़रिए बताया है कि ये विडिओ morphed है। असली विडिओ 22 जुलाई 2019 का है जिसमें pm मोदी चंद्रयान 2 लॉन्च का सीधा प्रसारण देख रहे हैं। मज़े की बात तो ये है कि पी आई बी फैक्ट चेक ने जिस ट्विटर अकाउंट को कोट करते हुए इस विडिओ को फ़र्ज़ी बताया है, वो अकाउंट भारतीय जनता पार्टी दतिया ( मध्यप्रदेश) के जिला आईटी संयोजक कृशनपाल चंदेल का है। उन्होंने लिखा है कि पीएम मोदी ने पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के माता पिता के प्रसंग वाले रामकथा का विडिओ देखा। अब अगर आईटी संयोजक ऐसा कर रहे हैं तो आप बेचारे कार्यकर्ताओं से कैसे उम्मीद करेंगे कि वो ये morphed विडिओ शेयर न करें। इसलिए पहले reality check करें फिर शेयर करें। हालांकि इस post को आप बेहिचक शेयर कर सकते हैं। क्यूंकी हम फेक न्यूज़ के खिलाफ़ हैं। फैक्ट चेक वाले इस विडिओ को अवश्य देखिए।