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मंगलवार, जून 3, 2025

सहारा की सहकारी समितियों में फंसा आपका पैसा ऐसे मिलेगा

आपका पैसा भी सहारा समूह की सहकारी समितियों में फंसा है? कैसे मिलेगा ये पैसा वापिस? इन सवालों का समाधान करने के लिए मंगलवार को ओर से सीआरसीएस-केन्द्रीय पंजीयक सहारा रिफंड पोर्टल शुरू किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कल दिल्ली में इस पोर्टल की शुरुआत की है। जिसके ज़रिए सहारा समूह से जुड़े करोड़ों जमाकर्ताओं को अपना पैसा वापस दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

क्या है ये पोर्टल – सीआरसीएस- केन्द्रीय पंजीयक सहारा रिफंड पोर्टल सहारा समूह की सहकारी समितियों के करोड़ों जमाकर्ताओं के लिए रिफंड प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत सरकार ने शुरू किया है।

कैसे काम करेगा ये – ये पोर्टल जमाकर्ताओं को 5000 करोड़ रुपये तक वितरित करेगा। प्रत्येक जमाकर्ता पहले चरण में अधिकतम 10,000 रुपये प्राप्त कर पाएगा। शुरुआत में परीक्षण के आधार पर निवेशकों को 10,000 रुपये लौटाए जाएंगे, परीक्षण सफल होने पर रिफंड की राशि बढ़ायी जाएगी।

दावा करने की क्या हैं शर्तें? – पोर्टल के ज़रिए रिफंड का दावा करने के लिए जमाकर्ताओं को दो शर्तें पूरी करनी होंगी। पहला, उनका आधार उनके मोबाइल नंबर और बैंक खातों से जुड़ा होना चाहिए। दूसरा, उन्हें रसीद विवरण प्रदान करना होगा और एक फॉर्म भरना होगा, जिसका प्रिन्ट लेकर उस पर फोटो लगाने और हस्ताक्षर करने के बाद पोर्टल पर फिर से अपलोड करना होगा। पोर्टल की प्रक्रिया में सफलतापूर्वक दावा दाखिल करने की तारीख से 45 दिनों के अंदर दावेदारों के बैंक खातों में पैसा जमा किया जाएगा।

सीआरसीएस-केन्द्रीय पंजीयक सहारा रिफंड पोर्टल का उद्देश्य क्या है? – इसका उद्देश्य सहारा समूह की सहकारी समितियों के सदस्यों के हितों की रक्षा करना है। यह जमाकर्ताओं के वास्तविक दावों को हल करेगा, जिन्होंने सहारा की इन सहकारी समितियों जैसे सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, हुमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड में पैसा निवेश किया था। पोर्टल इन जमाकर्ताओं को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक उनके वैध बकाया प्राप्त करने में सहयोग करेगा।

कैसे भरें जानकारी? – जानकारी भरना बेहद आसान है जिसे हम चरण-दर-चरण यहाँ दिखा रहे हैं। सबसे पहले वेब ब्राउजर के अड्रेस वाले सेक्शन में www.mocrefund.crcs.gov.in टाइप करें। jइस साइट के खुलने के पश्चात आपको पहला पृष्ठ ऐसा दिखाई देगा।

इसके बाद अगर आप पहली बार पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं और आपने अपनी जानकारी इसमें दर्ज नहीं की है तो आपको सबसे पहला अपना पंजीकरण कराना होगा। इसके लिए आपको जमाकर्ता पंजीकरण वाले सेक्शन पर क्लिक करना होगा। पोर्टल में पंजीकरण निःशुल्क है, यानि ऑनलाइन किसी तरह का शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है।

इसके बाद आपको अपने आधार पंजीयन संख्या के आखिरी चार अंक और आधार से लिंक आपका मोबाईल नंबर इसमें दर्ज करना है। याद रखिए ये मोबाईल नंबर चालू हो और आपके पास हो क्यूंकि इसमें आगे otp की आवश्यकता भी आपको पड़ेगी।

इसके बाद मोबाईल पर आए otp को दर्ज करें

अब जमाकर्ता लॉग इन वाले सेक्शन में क्लिक करें

अब दुबारा अपने आधार पंजीयन संख्या के आखिरी चार अंक और आधार से लिंक आपका मोबाईल नंबर इसमें दर्ज करें

इसके बाद मोबाईल पर आए otp को दर्ज करें

इसके बाद स्क्रीन में दिखायी गई जानकारी को ठीक से पढ़कर अपनी सहमति प्रदान करें

इसके बाद आगे की जानकारी को सावधानी से भरें

फ़र्जी दस्तावेज़ों पर बाइक फायनेंस करवाते हुए रंगे हाथों पकड़ी गई महिला

सिहोरा, रविवार दोपहर सिहोरा थाना अंतर्गत निजी बाइक शोरूम में एक महिला फर्जी दस्तावेज़ों के साथ बाइक फायनेंस कराने पहुंची। जहाँ श्रीराम फायनेंस के एक कर्मचारी ने सूझबूझ दिखाते हुए उसे पकड़ा और सिहोरा पुलिस को सौंप दिया। रविवार की शाम से महिला को सिहोरा थाने में ऊर्जा डेस्क की महिला पुलिसकर्मियों की निगरानी में ही रखा गया लेकिन उसके बाद भी सिहोरा पुलिस आज दोपहर तक महिला का असली नाम भी पता नहीं लगा सकी। सिहोरा थाना प्रभारी गिरीश धुर्वे के मुताबिक पुलिस अभी आरोपों की जांच करने में जुटी है इसलिए महिला को सोमवार की दोपहर जाने दिया गया।

कैसे पकड़ी गई महिला – महिला अपने पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक चेक बुक और पास बुक समेत निजी बाइक शोरूम पहुंची। थाने में दी गई लिखित शिकायत के मुताबिक उसके साथ प्रशांत कुशवाहा नामक एक लड़का भी था जिसने दो और बाइक पहले से फायनेंस करवा रखी हैं। फायनेंस कंपनी के कर्मचारी को दस्तावेज़ों की जांच के दौरान आधार कार्ड नंबर से समग्र आई डी न मिलने पर शक हुआ। जिससे उसे दस्तावेज़ फर्जी होने की शंका हुई। इसके बाद उसने फायनेंस प्रक्रिया रोक दी और फिर उसके द्वारा पूछताछ करने पर आरोपी का नाम उसे सुनीता बैरागी पता चला जबकि उसने दस्तावेज़ खुशबू कोल के नाम से जमा किए हैं। इसके बाद सिहोरा पुलिस को घटना की जानकारी दी गई।

पहले मदन महल में और अब सिहोरा में कांड – शिकायतकर्ता के मुताबिक ये दोनों पहले भी एक साथ मिलकर मदनमहल थानांतर्गत एक अन्य फायनेंस कंपनी को भी चूना लगा चुके हैं। उन्होंने यहाँ एक कंपनी के दुपहिया वाहन को भी फर्जी दस्तावेज़ों के ज़रिए फायनेंस करवाया है। वहीं सिहोरा में प्रशांत कुशवाहा ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो बाइक अलग-अलग लोगों के नाम पर फायनेंस करवा रखी हैं। सोचने वाली बात ये है कि इनके हौसले इतने बुलंद कैसे हैं कि एक मामले में नाम आने के बाद दूसरे फर्जीवाड़े को भी इतनी आसानी और निडरता से अंजाम देने चले थे!

आपराधिक वारदातों में ऐसी ही गाड़ियों का होता है इस्तेमाल – अभी तक फायनेंस हुई गाडियाँ नकली लोगों और नकली पते के नाम पर दर्ज हैं। ऐसी गाडियों का इस्तेमाल अक्सर बड़े-बड़े अपराधों जैसे लूट और हत्या से लेकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में होता है। देश के अलग-अलग राज्यों में फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाने वाले गिरोह, उनके ज़रिए सिम लेने वाले गिरोह और गाड़ी फायनेंस करवाने वाले गिरोहों को पकड़ा जा चुका है। लेकिन यहाँ इस मामले को पुलिस बेहद गंभीरता से नहीं ले रही है। यहाँ तक कि कंपनी के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फायनेंस ऑफिस के दफ्तर में कुछ लोग आरोपियों की ओर से “सेटलमेंट” करवाने के लिए चक्कर लगाते रहे। साथ ही कुछ लोगों ने अनैतिक दबाव बनाकर मामले को रफा-दफा करवाने की भी भरपूर कोशिश की है।

छोटी बजट की अच्छी फ़िल्मों को दर्शक और स्क्रीन दिलवाने पंचकृति के मेकर्स कर रहे हैं अनूठा प्रयास

निर्माता हरिप्रिया भार्गव और निर्देशन संजाॅय भार्गव की फिल्म ‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स’ पांच अलग-अलग कहानियों पर आधारित है, जो आपस में संबंधित है। इसे चंदेरी जैसे छोटे से शहर की पृष्ठभूमि में स्थापित किया गया है। यह फिल्म एक मिश्रित कहानियों को कहने का एक अनोखा और साहसिक मार्ग है। इस कथा के मूल में बुन्देलखंड का चंदेरी नामक एक छोटा सा शहर है, जो भारत के मध्य प्रदेश राज्य में फैला एक पहाड़ी इलाका है। बुन्देलखण्ड अपनी भौगोलिक सुंदरता और समृद्ध संस्कृति के लिए लोकप्रिय है। फिल्म की पांच कहानियां वास्तविक घटनाओं पर आधारित हैं। इस फिल्म के मेकर्स के मुताबिक इस फिल्म की कहानी विचारोत्तेजक है, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी साथ ही फिल्म देखने पर मालूम चलेगा कि इसमें दर्शकों के लिए एक सरप्राइज है। हालांकि अभी तक फिल्म का मोशन पोस्टर और एक गाना ही यूट्यूब पर जारी किया गया है। अभी तक इसके ट्रेलर रिलीज़ और फिल्म रिलीज़ की औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।

दर्शकों की सोच से आगे होंगे पुरुस्कार – आयएमडीबी के मुताबिक 4 अगस्त 2023 को फिल्म के रिलीज़ की संभावना है। मेकर्स के मुताबिक रिलीज़ के बाद फिल्म ‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स’ के प्रचार-प्रसार करने के लिए लकी ड्रॉ के ज़रिए आकर्षक पुरस्कार वितरित किये जाएंगे। इसके भाग्यशाली दर्शकों को रचनात्मक और सुस्वादु सामग्री का आनंद लेने का मौका मिलेगा। जिसमें भारत की समृद्ध ग्रामीण सांस्कृतिक विरासत और गौरव की सच्ची झलक होगी। मेकर्स के अनुसार हर स्क्रीनिंग में तीन लकी ड्रा और बम्पर पुरस्कार जीतने का अवसर दर्शकों को प्राप्त होगा। कुछ पुरस्कार उनकी पहुंच और सोच से ज्यादा आकर्षक होंगे।

अच्छी फिल्मों के प्रदर्शन को बढ़ावा देने प्रयास – निर्माताओं ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक नया कीर्तिमान बनाने वितरकों, थिएटर मालिकों, उत्पाद निर्माताओं और दर्शकों के साथ मिलकर नया काम किया है। निर्माताओं को आशा है कि इस प्रयास से पूरे विश्व के सिनेमाओं में नया बदलाव आएगा।इस फिल्म से पूरे परिवार के साथ मनोरंजन का आंनद और सिनेमा की जादुई दुनियां को देखने का बढ़ावा मिलेगा। छोटे बजट के असाधारण कंटेंट निर्माताओं और अद्भुत क्षेत्रीय प्रतिभाओं को एक नया और योग्य स्थान मिलेगा। यह अभियान उन वितरकों और स्क्रीन मालिकों के बीच विश्वास हासिल करने और आत्मविश्वास बढ़ाने का प्रयास करता है जो अच्छी फिल्मों का प्रदर्शन करने में स्वाभाविक रूप से झिझकते हैं।

क्या है पंचकृति – बृजेन्द्र काला फिल्म के मुख्य पात्रों में से एक हैं। काला कहते हैं कि ‘पंचकृति – फाइव एलिमेंट्स’ में कई लोकप्रिय और बड़े कलाकार शामिल है। पांच अलग-अलग कहानियों को अनावश्यक तत्वों के बिना, रचनात्मक रूप से एक सकारात्मक पारिवारिक-मनोरंजन फिल्म में एक साथ पिरोया गया है। यह फिल्म मानसून सीज़न में भारत भर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। निर्माता, निर्देशक और प्रमोटर देशभर में व्यापक स्तर पर कार्य कर रहे हैं।

क्या कहते हैं इसके निर्माता-निर्देशक – इस अनूठी फिल्म का निर्देशन संजाॅय भार्गव ने किया है। संजाॅय कहते हैं कि हम फिल्म के माध्यम से अपनी भारतीय परंपरा और संस्कृति पर एक विशेष संदेश देना चाहते हैं जो सांस्कृतिक विरासत और प्राचीन विरासत को प्रतिबिंबित करती है। फिल्म की सभी पांच कहानियां हमें सोचने पर विवश कर देगी कि हम अपने भारतीय पारंपरिक दैनिक जीवन में कहाँ और कैसे रहते हैं? और क्या करते हैं? यह मानवीय है और किसी भी अंधविश्वास पर आधारित नहीं है। फिल्म में अनुभवी कलाकारों को लिया गया है, कहानी का फिल्मांकन करते समय फिल्म को प्रभावी और सशक्त बनाने के लिए और अभिनय को वास्तविक रूप प्रदान करने के लिए बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पडा है। फिल्म की निर्माता हरिप्रिया भार्गव का कहना है कि उन्होंने हमारी समृद्ध विरासत, रीति-रिवाजों, परंपराओं और भारतीय ग्रामीण जीवन शैली से प्रभावित होकर यह कहानी बनाई है। वह आगे कहती हैं कि यह फिल्म भारत के दूर दराज क्षेत्रों में रहने वाले उभरते प्रतिभाशाली कलाकारों को काम करने का मौका और नई पहचान दिलाती है। जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं भी शामिल होती हैं जो दिल से इस कन्टेन्ट का समर्थन करती हैं। साथ ही फिल्म प्रचार की रणनीति थिएटर मालिक और वितरकों को भी मौका देती है। हरिप्रिया बेहद खुश हुई कि इस फिल्म की कुछ कहानी महिलाओं पर केंद्रित है। फिल्म ‘पंचकृति फाइव एलिमेंट्स’ प्रेम से अभिभूत और हृदय को छू लेने वाले आध्यात्मिक गीतों का समावेश है। संगीत राजेश सोनी द्वारा रचित है।

अस्वीकरण – फिल्म के लकी ड्रॉ से प्राथमिक मीडिया या इससे जुड़े लोगों का कोई संबंध नहीं है। समाचार में फिल्म मेकर्स के दावे को पेश किया गया है। जिसकी प्राथमिक मीडिया पुष्टि नहीं करता। फिल्म देखने जाने से पूर्व फिल्म मेकर्स के दावों की पड़ताल करें एवं अपने विवेकानुसार निर्णय लें। फिल्म देखने से हुए लाभ या हानि के लिए प्राथमिक मीडिया ज़िम्मेदार नहीं होगा

तारक मेहता की रोशन सोढ़ी नज़र आएंगी जबलपुर में शूट की हुई लोरी में

आज के दौर में जहां लोग बच्चों को लोरी सुनाने की बजाय मोबाइल पर आने वाले राइम्स सुनाती हैं, उस दौर में लोरी निन्नी रानी आ जाना की लाइन देशभर में पसंद की जा रही है। कुछ ही समय में इस लोरी को लोगों ने खूब सराहा है और मिलियंस व्यूज दिए हैं। बच्चों को परम्परा और ममता की डोर से जोड़ने का यह प्रयास केएसटी मेलोडीज़ के बैनर द्वारा किया गया है। इस लोरी के गीतकार और प्रोड्‌यूसर हैं कामेश्वर सिंह ठाकुर, और गायिका हैं तृप्ति शाक्या। लोरी का दृश्यांकन परिकल्पना और संगीत जबलपुर के संगीतकार सचिन उपाध्याय और आर्ट डायरेक्शन हर्षित झा ने किया है। पर्दे पर लोरी में जबलपुर की रहने वाली जेनिफ़र मिस्त्री बंसीवाल उर्फ रोशन सोढ़ी (तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम), आत्मानंद श्रीवास्तव, बेबी त्वरिता तथा डॉ. संदीप, भगत ने भूमिका निभाई है। जबलपुर शहर के ही मधुकर हिरसकर (लाइट एवं कैमरा सहयोग), लता सिंह (मेक अप/ हेयर स्टाइलिंग) उपासना उपाध्याय, कौतुकी उपाध्याय (कोट्यूम एवं प्रोडक्शन) में सहयोगी रहे। लोरी के दृश्यांकन में मेडिओको हॉस्पिटल, सौरभ जैन, पवन जैन, राजेश दीवान एवं मयूर बंसीवाल का विशेष सहयोग रहा।

नेत्रहीन युवा दिनेश चौहान ने लगाए 51 पौधे

रामदेवरा, आमतौर पर लोग साधनहीन होने की दुहायी देकर बहुत से कर्तव्यों से अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। लेकिन कहते हैं न कि इच्छाशक्ति के आगे तमाम दुर्बलताएँ भी घुटने टेक देती हैं। ऐसा ही कुछ राजस्थान के एक नेत्रहीन युवा की इच्छाशक्ति के आगे भी हुआ है। ये युवा हैं दिनेश चौहान, जो देख नहीं सकते लेकिन फिर भी उन्होंने पर्यावरण सुधार की आवश्यकता महसूस करके और पर्यावरण के प्रति अपने असीम प्रेम के चलते शुक्रवार को रामदेवरा ग्राम पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में 51 पौधे लगाए। नंदी शाला में उन्होंने 21 पौधे लगाकर उनके संरक्षण का भी संकल्प लिया। वहीं मावा गांव की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय और मालम सिंह ढाणी विद्यालय में भी पौधे लगाए। इस दौरान रामदेवरा सरपंच समंदर सिंह, नाथू सिंह, बिजराज सिंह, तेजाराम चौहान, दिलीप सिंह, लक्ष्मण, भवर बिश्नोई आदि उपस्थित रहे।

रोटरी क्लब ऑफ जबालिपुरम् ने किया वृद्धाश्रम में अनाज और दैनिक उपयोग की सामग्री का वितरण

रोटरी क्लब ऑफ जबालिपुरम समाज की आवश्यकता अनुसार सदा ही सेवा के लिए तत्पर रहता है। इसी को चरितार्थ करते हुए क्लब के द्वारा किए गए कार्य के बारे में सचिव अनिमेष दास ने बताया कि क्लब अध्यक्ष डॉ शोभित वर्मा को जानकारी प्राप्त हुई कि वृद्धाश्रम में खाद्य सामग्री एवं दैनिक उपयोग की वस्तुओं की आवश्यकता है। इस विषय पर सब सदस्यों से चर्चा करने के पश्चात क्लब के ने जबलपुर स्थित वृद्धाश्रम में आश्रितजनों की जरूरत अनुसार अनाज एवं दैनिक उपयोग की वस्तुओं का वितरण किया। क्लब परिवार से नवीन वर्मा का 75 वाँ जन्मदिन भी वृद्धाश्रम में मिष्ठान और फल वृद्धजनों को भेंट कर मनाया गया। इस आयोजन में रोट अंकुर माहेश्वरी, रोट कौशिक सरकार, रोट मितेश डागा, रोट प्रसून मिश्रा, रोट निर्भय खटोड, रोट मयंक अरोरा, रोट आशीष धन्यवाद, रोट दीपांशु दुबे, नेहा वर्मा, सुरभि वर्मा, अंकित वर्मा, अरुणा वर्मा आदि उपस्थित रहे।

27 जुलाई को एमपी पर्यटन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन

शासकीय एवं अशासकीय स्कूली छात्र छात्राओं के मध्य होने वाली एमपी पर्यटन क्विज प्रतियोगिता 2023 के कैलेंडर का विमोचन कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के द्वारा कलेक्टर कक्ष में किया गया। जिसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी JATCC हेमंत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी, राजू निस्वादे, क्विज मास्टर व जिला समन्वयक दीप्ति ठाकुर जेएटीसीसी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहेl मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक, सामाजिक सांस्कृतिक विषयों पर आधारित लिखित परीक्षा 27 जुलाई को एमएलबी स्कूल एवं मल्टीमीडिया क्विज प्रतियोगिता मानस भवन में 27 जुलाई को सुबह 10:00 से 4:30 तक आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता में हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी के 3 छात्रों का नामांकन किया जाना है जो इस परीक्षा में सहभागिता कर सकेंगे।

विजेताओं को मिलेगा होटल स्टे – मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के द्वारा जिला स्तर पर लिखित परीक्षा के प्रथम विजेता टीम को 2 रात 3 दिन एवं उपविजेता टीमों को एक रात 2 दिन का एमपीटी के होटल में आवास और भोजन दिया जायेगा। अब तक 132 स्कूलों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। अधिक जानकारी के लिए स्कूल प्राचार्य नामांकन हेतु 9826374217 पर संपर्क कर सकते हैं। पर्यटन क्विज प्रतियोगिता का उद्देश्य ऐतिहासिक धरोहर एवं संस्कृति से परिचय कराना और प्रगतिशील पर्यटन की संभावना की आधारशिला तैयार करना है।

घंटो अंधेरे में डूबा रहा शहर, विद्युत विभाग गहरी नींद में

जबलपुर- हल्की सी भी बारिश में बिजली गुल होना अब जबलपुर वासियों को आये दिन की बात ही लगती है पर कल रात तो बिजली ने जैसे शहर वासियों के सब्र की परीक्षा ही ले ली, देर शाम गुल हुई बिजली आधी रात तक नहीं लौटी,आधे से ज्यादा शहर घंटो अंधेरे में डूबा रहा, जनता हलकान होती रही पर किसी भी माध्यम से कोई सूचना नही मिली कि आखिर बिजली कब आएगी, बिजली विभाग के दफ्तरों में फोन किनारे ही पड़े रहे, विभाग के अधिकारियों ने जब पत्रकारों को भी सूचना देने फोन उठाना मुनासिब नही समझा तो आम जनता के फ़ोन उठाना तो स्वप्न देखने सा ही है,

विभाग ने फोन बंद ना करने का आदेश दिया है उठा कर बात करने का नहीं

कल ही मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक ने अधिकरियो एवं कर्मचारियों को आदेश दिया था कि बिजली समस्या का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें एवं कोई भी मैदानी या कार्मिक अधिकारी कर्मचारी फोन बंद ना करे, पर अधिकरियो ने आदेश का अक्षरशः पालन करते हुए फोन तो चालू रखे पर फोन उठाकर बात करने की जहमत नही उठाई क्योकि यह आदेश में नही था ।

इनके फोन पर बजती रहीं घंटियां

कार्यपालन अभियंता (सिटी डिवीज़न ईस्ट) के मोबाइल नंबर 9425806020 , अधीक्षण अभियंता जबलपुर सिटी का मोबाइल नंबर 9425805954, पावर हाउस हनुमानताल का लैंडलाइन 0761-2560223 जैसे सभी नंबर पर बस घंटी बजती रही पर किसी ने भी जनता की सुध लेने की जहमत नही उठाई ।

ट्रिपल आई.टी.डी.एम. के परिसर का प्रदूषित पानी मिल रहा है खंदारी डेम के केचमेंट एरिया में

खंदारी डेम के माध्यम से पानी को जलशोधन संयत्र में शोधित कर शहर की जनता को शुद्ध पेयजल की पूर्ति निगम के माध्यम से की जाती है लेकिन हाल ही में इस बात का पता चला कि आई.आई.आई.टी.डी.एम. संस्थान के द्वारा प्रदूषित एवं गंदा पानी खंदारी डेम के केचमेंट एरिया में मिल रहा है। आम जनता के द्वारा निगमाध्यक्ष से उपरोक्त समस्याओं के निदान करवाये जाने का आग्रह किया है। नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज ने तत्काल निदेशक ट्रिपल आई.टी.डी.एम. को पत्र जारी कर अपना रोष व्यक्त करते हुये दूषित पानी को खंदारी जलाशल में जाने से रोकने के निर्देश दिये ताकि जनमानस को शुद्ध पेयजल की पूर्ति होती रहे ।

ट्रॉंसपोर्ट व्यवसाय से भिन्न गतिविधियॉं पायी गई तो लीज होगी निरस्त

माननीय उच्च न्यायालय की याचिका क्रमांक WP नं. 13072/2023 में पारित आदेश दिनांक 23 जून 2023 के परिप्रेक्ष्य में ट्रांसपोर्ट नगर व्यवसायियों की ट्रांसपोर्ट व्यवसाय संबंधी जॉंच के लिए नगर निगम ने दो दलों का गठन कर दिया है। इस संबंध में अपर आयुक्त मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि गठित दलों के द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर के 572 भू-खण्डों का सर्वे दिनांक 7 जुलाई से प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने व्यवसायियों को गठित दल का सहयोग करने और उनके द्वारा चाही गई जानकारी/दस्तावेज उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में सहयोग करने कहा गया है। अपर आयुक्त सिंह ने कहा कि सर्वे के दौरान यदि लीज भूमि पर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से भिन्न गतिविधि पाई गयी या पट्टा वैध नहीं पाया गया, तो लीज शर्तो के उल्लंघन पाये जाने पर लीज निरस्तीकरण की कार्यवाही की जायेगी।