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सोमवार, सितम्बर 8, 2025
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जबलपुर में पाँच महीने बाद ही आ गया दूसरा भूकंप

आज सुबह 11 बजे कुंडम में लोगों ने भूकंप के हल्के झटके महसूस किए। भूकंप की पुष्टि राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र द्वारा भी की गई है। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार सतह से 23 किलोमीटर भीतर से इस भूकंप की तरंगें उठीं। जिसकी तीव्रता रिएक्टर पर 3.6 मैग्नीट्यूड मापी गई है। भूकंप का केंद्र कुंडम से 8 और जबलपुर से 52 किलोमीटर दूर स्थित महगंवा गाँव बताया जा रहा है। भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से अधिकतर लोगों को झटके महसूस नहीं हुए। पाँच महीने बाद यह भूकंप की दूसरी घटना है। जिसकी वजह से भूकंप से जुड़ी अटकलों पर लोगों के बीच चर्चाएँ गर्म हो गयीं हैं।

नवंबर के भूकंप केंद्र साढ़े आठ किलोमीटर की दूरी पर – विदित हो कि कुछ महीनों पहले एक नवंबर को भी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ सिसमोलोजी ने 3.9 मैग्निट्यूड तीव्रता के भूकंप झटके की जानकारी दी थी, जिसका केंद्र जबलपुर के उत्तर पूर्व दिशा में सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था। भौगोलिक स्थिति 23.28, 80.35 के मुताबिक केंद्र कुंडम के समीप बदुआ (badua) के नीचे था। जो कि वर्तमान भूकंप के केंद्र की सतह से लगभग साढ़े आठ किलोमीटर की दूरी पर है। यह जानकारी प्राप्त भौगोलिक स्थिति के आँकलन के मुताबिक है, राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस बारे में कोई औपचारिक सूचना प्रदान नहीं की है।

कविताई (चैप्टर – दूसरा) कार्यक्रम अंतर्गत जबलपुर में 07 अप्रैल को सजेगी ‘कविता की शाम’

साहित्यिक संस्था ‘हिन्दी में’ और ‘माही संदेश पत्रिका’ के संयुक्त तत्वावधान में साहित्य और काव्य प्रेमियों के लिए समर्पित कार्यक्रम ‘कविताई’ ( चैप्टर – दूसरा) का आयोजन 07 अप्रैल 2023 को शाम 04 बजे से निराश्रित वृद्धाश्रम जबलपुर में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम आयोजक सदस्य शिवांकित तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम में देश के नामचीन कवि, शायर आदि अपनी रचनाएँ सुनाएंगे। गौरतलब है कि ‘कविताई’ कार्यक्रम में युवा कवि एवं रचनाकारों को भी काव्यपाठ करने का अवसर मिलेगा। ‘हिन्दी में’ साहित्यिक संस्था साहित्य,सृजन और शिक्षा के उद्देश्य को लेकर देश के विभिन्न शहरों में कविता यात्रा का आयोजन कर रही है। आपको बता दें कि कविता यात्रा के पहले पड़ाव ‘कविताई’ (चैप्टर – पहला) का ऐतिहासिक आयोजन गुलाबी नगरी जयपुर में किया गया था। कविता यात्रा का दूसरा आयोजन जबलपुर में किया जा रहा है। आयोजन मंडल के सदस्यों ने इस अद्भुत कविता के कार्यक्रम में शामिल होने हेतु नगरवासियों से अपील की है। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में प्राथमिक मीडिया साप्ताहिक समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल मीडिया पार्टनर है।

कलेक्टर की टीम को हराकर निगम कमिश्नर की टीम ने जीता स्वच्छता कप

स्वच्छता का संदेश लोगों तक पहुंचाने के लिए आज नगर निगम द्वारा स्वच्छता कप क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन सदर के शिवाजी ग्राउण्ड में किया गया। जहाँ आज प्रतियोगिता का फाइनल मैच कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन और निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े की कप्तानी में शाम 6 बजे से खेला गया। जिसमें कमिश्नर इलेवन की टीम ने कलेक्टर इलेवन की टीम को 9 विकेट से पराजित कर जीत दर्ज की। इस 12 ओवर के मैच में कलेक्टर इलेवन ने पहले बल्लेवाजी करते हुए 64 रन बनाए, जिसके जबाव में कमिश्नर इलेवन ने 1 विकेट खोकर 65 रन का लक्ष्य हासिल किया। यह मैच सदर के शिवाजी ग्राउण्ड में खेला गया। इस मैच में सबसे बढ़िया प्रदर्शन निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े का रहा। उन्होंने मैच के दौरान गेंदबाज़ी करके 4 विकेट, फील्डिंग में 3 कैच और बल्लेबाज़ी करते हुए 23 रन बनाए।

मैच में कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन और अपर कलेक्टर शेर सिंह मीना की बल्लेवाजी और गेंदबाज़ी भी शानदार रही। दोनों ने ही दो-दो मेडन ओवर डाले और मैच में रोमांच पैदा किया। जहाँ बेस्ट बॉलर का खिताब कलेक्टर को तो मैन ऑफ दी मैच का खिताब निगमायुक्त को मिला। जीत की ट्रॉफी कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, पार्षद विमल राय, अर्चना सिसोदिया, श्वेता सिंह, जितेंद्र कटारे, कविता रैकवार ने निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े और उनकी पूरी टीम को प्रदान की। इस अवसर पर सहायक आयुक्त संभव अयाची, स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह के साथ अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा महापौर, निगम अध्यक्ष, नेताप्रतिपक्ष और निगमायुक्त की विशेष पहल पर स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान 2023 के अंतर्गत स्वच्छता क्रिकेट प्रतियोगिता 2023 का आयोजन किया गया। जो आज महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’, नगर निगम अध्यक्ष रिंकू विज, नेताप्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल एवं अन्य जनप्रतिनिधिगणों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

महापौर ने जबलपुर के लिए पेश किया 14 अरब का “उम्मीदों भरा बजट”  

आज 24 मार्च को नगर निगम के इतिहास में सबसे बड़ा 14 अरब का ऐतिहासिक बजट महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने सदन में पेश किया। जिसमें उन्होंने आधा सैंकड़ा विकास कार्यों को प्रस्तावित करते हुए वित्तीय वर्ष 2023-2024 का अनुमानित और वर्ष 2022-2023 का पुनरीक्षित आय-व्ययक निगम परिषद के समक्ष रखा। जिसमें 2023-24 की कुल आय 14 अरब 03 लाख 21 हजार और कुल व्यय 14 अरब 01 लाख 96 हजार के साथ सवा लाख रुपये की बचत अनुमानित है। बजट में जिन कार्यों को प्रस्तावित किया गया और जो चर्चा की गई वो यहाँ बिन्दुवार दी जा रही है।

आधा सैंकड़ा विकास कार्य प्रस्तावित – घाटों के सौंदर्यीकरण, रोप वे स्थापना और छप्पन भोग मार्केट के अलावा बजट में 48 और विकास कार्य प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही नगर निगम द्वारा रीडैंसिफिकेशन (Redensification) स्कीम के अन्तर्गत शहर में अरबों रूपये के विकास कार्य किये जायेंगे जिसकी शुरूआत इस वर्ष कर दी जायेगी।

नर्मदा के लिए एस.टी.पी. प्लांट – नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों पर इस साल एस.टी.पी. प्लांट लगाकर उसका पानी पीने योग्य बनाने का प्रयास। जिसके लिए लगभग 17.5 करोड़ के एस.टी.पी. के टेण्डर किये जा चुके हैं।

75 मीटर का तिरंगा – नगर में ऐतिहासिक और स्वतंत्रता आन्दोलन के प्रतीक गांधी स्मारक की महत्ता को अक्षुण्ण रखने की दृष्टि से प्रदेश का सबसे ऊंचा 75 मीटर का फहराता हुआ राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) स्थापित किया जायेगा।

50 करोड़ का बिजली बचाने सोलर पैनल सिस्टम – वर्तमान में लगभग 50 करोड़ से अधिक बिजली बिल का भुगतान नगर निगम को करना पड़ता है। इसलिए नगर निगम में खपत होने वाली बिजली का सौर ऊर्जा (सोलर) से संचालन किये जाने का कार्य किया जायेगा।  जिससे आत्मनिर्भरता बढ़ेगी एवं बड़ी बचत भी होगी।

ग्रीन बॉन्ड – नगर निगम के महत्वाकांक्षी विकास कार्यों को पूर्ण कराने के लिये नगर पालिक निगम जबलपुर द्वारा ग्रीन बॉन्ड जारी किये जायेंगे ताकि उनसे पर्याप्त धनराशि एकत्र की जा सके जिससे बड़े विकास कार्य किये जा सकें।

भारत माता मंदिर की स्थापना – नगर में जन-जन तक राष्ट्र भक्ति की भावनाओं को सदैव पुष्पित और पल्लवित रखने की दृष्टि से एक भव्य और आकर्षक ’’भारत माता’’ का मंदिर एवं उद्यान निर्मित कराया जायेगा जिससे नागरिकों में सदैव राष्ट्र प्रेम के प्रति जागृति बनी रहे।

घाट और पर्यटन महत्त्व के स्थानों का सौंदर्यीकरण – नर्मदा नदी के शहर में स्थित सभी घाटों को हरिद्वार के घाटों के समान विकसित और सौन्दर्यीकृत किया जायेगा। जबलपुर की भौगोलिकता, ऐतिहासिकता, प्राचीनता, प्राकृतिक सुषमा और भेड़ाघाट की संगमरमरी चट्टानों के मध्य स्थित धुंआधार जलप्रपात तथा कल्चुरी और गोंडवाना साम्राज्य की धरोहरों को देश-विदेश में लोकप्रिय बनाने की दिशा में हर सम्भव कार्य किये जायेंगे ताकि जबलपुर नगर पर्यटन हब के रूप में बहुचर्चित पहचान बना सके। इसके लिए मदन महल किला से होते हुये पिसनहारी की मढ़िया, भैरव बाबा मंदिर से धुंआधार तरफ एक रोप वे की स्थापना की जायेगी।
अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम की पहल – उन्होंने कहा कि नगर में विगत अनेक वर्षों से खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों के द्वारा एक अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम की मांग की जाती रही है। अतः इस संबंध में इस वर्ष स्टेडियम का कार्य शुरू कराने का प्रावधान किया जा रहा है। नगर में खेलकूद गतिविधियों को आकर्षित बनाने एवं बढ़ावा देने के लिये महापौर कप के अन्तर्गत विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जायेगा।

वार्ड्स में संजीवनी क्लिनिक – सभी वार्डो में एक-एक संजीवनी क्लीनिक की स्थापना की जायेगी ताकि नागरिकों को प्राथमिक उपचार मिल सके।

फिल्म सिटी का निर्माण – जबलपुर नगर की ऐतिहासिकता और प्राकृतिक सुषमा को दृष्टिगत रखते हुये फिल्म सिटी का निर्माण कराने का प्रावधान किया गया है जिससे देश विदेश के फिल्मकार अपनी फिल्मों का फिल्मांकन कर सकें।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन – नगर में साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं देशभक्ति से परिपूर्ण विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराया जायेगा जिनमें विशेष रूप से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, मुशायरा सम्मेलन और नाटकों का मंचन, चित्रकला, संगीत इत्यादि कार्यक्रम रहेंगे। सड़कें और मल्टीलेवल पार्किंग – मां नर्मदा के तट पर स्थित ग्वारीघाट में श्रद्धालुओं और नागरिकों की निरंतर बढ़ती संख्या को देखते हुये खारीघाट से ग्वारीघाट एवं ललपुर से तिलवारा घाट तक सड़कें बनाई जायेंगी। साथ ही ग्वारीघाट एवं तिलवाराघाट में मेगा पार्किंग स्थल बनाया जायेगा। नगर की आवागमन व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिये विभिन्न स्थानों पर मल्टीलेवल पार्किंग स्थल बनाये जायेंगे।

दूर होगा पेयजल संकट – नगर मे ग्रीष्म ऋतु के दौरान सम्भावित पेयजल संकट को दूर करने के लिये जल परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जायेगा जिसके लिये टैंकरों की संख्या पर्याप्त बढ़ाई जायेगी। बोरिंग की जायेगी एवं पाईप लाईन का विस्तार किया जायेगा। अमृत फेस- टू के 280 करोड़ प्रोजेक्ट का भी कार्य स्वीकृति उपरान्त शुरू किया जायेगा। आने वाले वर्षों में हर घर मॉं नर्मदा जल पहुंचाने की मुहिम शुरू की जायेगी। नगर में क्रियान्वित की जा रही अमृत योजना फेस-1 के अंतर्गत नागरिकों को उनके घर पर लगाये जा रहे नल कनेक्शन के लिये निर्धारित व्यय राशि को एकमुश्त में न लेकर कनेक्शन लगाने के पूर्व 50 प्रतिशत पहली किश्त के रूप में तथा आगामी दो वर्षों के देयकों से प्रतिवर्ष 25-25 प्रतिशत की राशि ली जावेगी। शहर के विभिन्न शासकीय कार्यालयों, शाला भवनों और प्रमुख भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किये जायेंगे और नागरिकों को निजी भवनों में यह व्यवस्था करने के लिये प्रेरित किया जायेगा।

बढ़ेंगे अग्नि शमन केन्द्र – ग्रीष्म ऋतु के दौरान संभावित अग्नि दुर्घटनाओं तथा अन्य आपदाओं के घटित होने पर त्वरित राहत प्रदान करने हेतु नगर में अग्नि शमन केन्द्र बढ़ाये जायेंगे। अग्नि एवं धुंए में घुसकर नागरिकों को बचाया जा सके इस हेतु फायर एन्ट्री सूट खरीदे जायेंगे।

रियायत दरों पर पास – नगर के छात्र-छात्राओं, दिव्यांगों और सीनियर सिटीजन आदि पात्र व्यक्तियों को मेट्रो बस यात्रा के लिये रियायत दरों पर नगर निगम द्वारा पास जारी किये जायेंगे।

अपडेटेड सॉफ्टवेयर – वर्तमान में प्रचलित एवं प्रवर्तित स्वकर निर्धारण प्रणाली को सहज तथा सरल बनाया जायेगा। इसका पूर्ण सॉफ्टवेयर तैयार करके मध्यप्रदेश शासन को अनुमति के लिये भेजा जायेगा।

निगम के स्कूलों के विद्यार्थियों को उत्साहवर्धन पुरुस्कार – नगर पालिक निगम जबलपुर द्वारा संचालित उच्चतर माध्यमिक शालाओं के उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं के उत्साह-वर्द्धन हेतु पुरूस्कृत किया जायेगा। इसके अन्तर्गत कक्षा 9वीं, 10वी, 11 वीं एवं 12वीं कक्षाओं के उन छात्र-छात्राओं को जो शाला की प्रवीण्य सूची में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रथम स्थान के लिये रूपये 5100/- द्वितीय स्थान के लिये रूपये 2100/- एवं तृतीय स्थान के लिये रूपये 1100/-की निधि प्रदान की जायेगी।

गड्ढा मुक्त सड़कें और सुगम यातायात – आदि शंकराचार्य चौक से गौरीघाट तक की सड़क रेल्वे से समझौता उपरांत महत्वाकांक्षी सड़क बनाकर शहर की यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करने का बड़ा कदम उठाया जायेगा। शहर में खूबसूरत सड़कें हों एवं आने वाले समय में सड़कें गढ्ढा मुक्त हो इसके लिये प्रावधान किये गये हैं। नगर की यातायात और आवागमन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में ट्रेफिक मैनेजमेंट/आई.टी.एम.एस/सिग्नल/जेब्रा क्रासिंग/रोड मार्किंग/केट आई इत्यादि प्रबन्ध किये जायेंगे और ब्लेक स्पॉट भी समाप्त किये जायेंगे और अन्य व्यवस्थायें की जायेंगी।

हर वॉर्ड में मिल्क कॉर्नर – नगर के सभी वार्डों के लिये माननीय पार्षदों की अनुशंसा एवं महापौर की सहमति से लगभग 500 दुग्ध और डेली नीड्स के पार्लर स्थापित करने का प्रावधान किया गया है। इससे 1000 रोजगार का सृजन होगा एवं आम नागरिकों की सुविधाओं में इजाफा होगा।

शहर में लगेंगे सी.सी.टी.वी. – नागरिकों की सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुये नगर के सभी वार्डों के प्रमुख चौराहों व स्थानों पर माननीय पार्षदों की अनुशंसा एवं महापौर की सहमति पर सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किये जायेंगे। आने वाले वर्षों में शहर के अधिकांश भाग को सी.सी.टी.वी. निगरानी में कर दिया जायेगा।

विकास कार्यों के लिए निगम देगा आधी राशि – नगर के वार्डों में समुचित विकास और उन्नयन कार्यों के लिये नगर पालिक निगम जबलपुर द्वारा अधिकतम 50 लाख की राशि उन विकास कार्यों के लिये उपलब्ध करायी जायेगी जिनके लिये माननीय सांसदों और विधायकों द्वारा उतनी ही बराबर राशि का आवंटन किया जायेगा।

मानस भवन में 36 कार्यक्रमों का आवंटन कर सकेंगे महापौर – वर्तमान में महापौर की अनुशंसा पर मानस भवन प्रेक्षागार का आवंटन रियायत दर पर पूरे एक वर्ष के दौरान केवल 24 विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक एवं अन्य गतिविधियों के लिये आवंटित किया जाता हैं जिन्हें अब बढ़ाकर 36 कार्यक्रमों के लिये आरक्षण रहेगा।

वृक्षारोपण और करदाताओं का सम्मान – नगर के पर्यावरण और हरियाली को सन्तुलित बनाने के लिये एक लाख आठ हजार पौधों का रोपण किया जायेगा। इस कार्य में नागरिकों की बढ़-चढ़कर भागीदारी ली जायेगी ताकि लोगों में जागरूकता बनी रहे। इस वर्ष से नगर के उन बड़े करदाताओं को सम्मानित किया जायेगा जिनके द्वारा निर्धारित समय पर कर की अदायगी की जायेगी।

नगर निगम कार्यालय और स्कूल बनेंगे स्मार्ट – नगर निगम के स्वामित्व के भवनों में संचालित समस्त शालाओं को स्मार्ट स्कूल बनाने की दिशा में हर सम्भव प्रयास किये जायेंगे। नगर में संचालित अखाड़ों और खेल प्रांगणों को उन्नत बनाने का प्रावधान बजट में किया गया है तथा ओपन जिम भी आवश्यकतानुसार स्थापित किये जायेंगे। नगर निगम जबलपुर के मुख्यालय एवं सभी संभागीय कार्यालयों में नागरिकों की सुविधा हेतु निःशुल्क वाईफाई की व्यवस्था की जायेगी।

उद्यानों का निर्माण और तालाबों का जीर्णोद्धार – शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों, उद्यानों, ऐतिहासिक इमारतों, शैलपर्ण, डुमना नेचर पार्क और संग्राम सागर आदि क्षेत्रों मे अपेक्षित विकास कार्य कराये जायेंगें। साथ ही नगर के आठ बड़े तालाबों का जीर्णोद्धार तथा सौन्दर्यीकरण कराने का प्रावधान किया गया है। नगर की विभिन्न सड़कों के किनारे एवं प्रमुख स्थानों के आसपास रिक्त भू-भागों पर लघु उद्यान बनाये जायेंगे ताकि पर्यावरण संतुलित रहे एवं ए.क्यू.आई. भी कन्ट्रोल हो सके।

शहर को मिलेगा 56 भोग मार्केट – नगर में इन्दौर के समान राजवाड़ा की तर्ज पर स्थापित 56 भोग मार्केट का निर्माण कराया जायेगा ताकि नागरिकों को भिन्न-भिन्न प्रकार के स्वादिस्ट व्यंजनों का रसास्वादन मिल सके।

गौवंश, सूकर और श्वानों का प्रबंधन – नगर निगम द्वारा गौवंश संरक्षण एवं सड़क आवागमन को व्यवस्थित रखने की दृष्टि से गौशाला की स्थापना कराने के सम्बन्ध में कार्ययोजना तैयार की जायेगी ताकि गौ मूत्र और गोबर आदि का सदुपयोग भी हो सके। सूकरों से निजात मिले एवं श्वानों को एन.जी.ओ. एवं श्वान प्रेमियों के ज़रिए उपयुक्त एवं व्यवस्थित स्थानों पर नियमानुसार रखा जाये ऐसी व्यवस्था की जायेगी।

विकास के लिए पार्षदों को मिलेगी अतिरिक्त राशि – इस वर्ष पार्षदों की अनुशंसा पर 69 वार्ड में 70-70 लाख रूपये और 10 वार्ड जिनमें ग्रामीण क्षेत्र वर्ष 2015 में जुड़े थे उनमें 10-10 लाख रूपये की अतिरिक्त राशि विकास कार्य में खर्च की जायेगी। इसके लिए बजट में 56 करोड़ 30 लाख की राशि का प्रावधान किया गया है।

इन पर भी दिया प्रस्ताव –

स्वच्छता में शहर की रेंक सुधारने प्रयास होंगे।

अवैध कालोनियों को नियमानुसार वैध करने की कार्यवाही की गति बढ़ेगी।

डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और बेहतर होगा।

अवैध नल कनेक्शन वैध करने एक वर्ष का जल शुल्क और नये नल कनेक्शन की राशि को जोड़कर लिया जायेगा।

नये पांच हॉकर्स जोन का निर्माण कराया जाएगा

नगर निगम के सभी प्रकार के जनोपयोगी रेकॉर्ड्स का डिजिटलाईजेशन और ऑन लाईन उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

शहर में वर्षा ऋतु के दौरान होने वाले जलप्लावन को रोकने के लिये कदम उठाये जायेंगे।

सभी श्मशानघाटों/कब्रिस्तानों को सुव्यवस्थित और सुनियोजित किया जायेगा, साथ ही जरूरतमंदों को रियायती शुल्क से शवदाह संस्कार कराने की व्यवस्था सुनिश्चित् की जायेगी।

विशेषज्ञों से सलाह लेकर तैयार हुआ है बजट – महापौर ने सदन को संबोधित करते हुए बताया कि यह बजट शहर के सभी प्रमुख प्रबुद्धजनों, विकास कार्यो से संबंधित अलग अलग विषयों के विशेषज्ञों, भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त 11 अधिकारियों के अलावा अन्य वर्गों के लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद तैयार किया गया है। यह बजट निश्चित रूप से नगर निगम के इतिहास में आज तक का सबसे बड़ा वास्तविक बजट कहलाएगा।


बजट पेश करने के दौरान महापौर ने शायराना अंदाज में कहा कि –

‘‘तुम्हारी खूबसूरती को जो कर सके बयां, वो शब्द बना रहा हूँ।

अभी लिख रहा हूँ कागज पर पूरे उतरे नहीं हो तुम,

कुछ वक्त गुजरेगा तो बताऐगें कि कितने खूबसूरत हो तुम’’

जिसपर सदन के सभी सम्माननीय सदस्यों ने तालियों की गडगड़ाहट से महापौर के इस अंदाज का स्वागत किया। उन्होंने सदन से आग्रह किया कि मेयर-इन-काउन्सिल द्वारा प्रस्तुत वित्तीय वर्ष 2022-2023 का पुनरीक्षित एवं वर्ष 2023-2024 का अनुमानित आय-व्यय (बजट) सर्वसम्मति से पारित किया जावे जिससे शहर विकास को तेजी से पंख लग सकें एवं हमारा शहर शीर्घ्र विकसित, सुन्दर, सुविधापूर्ण एवं व्यवस्थित बन सके। उन्होंने बताया कि नागरिकों की सुविधा के लिए शुरू की गई ’’महापौर हेल्प लाईन’’ के अन्तर्गत किसी भी नागरिक द्वारा घर बैठे निगम से संबंधित त्वरित कार्यों की अपेक्षा की जाती है, उस समस्या की शिकायत का समाधान तय समय सीमा में किया जा रहा है। साथ ही 1 जनवरी 2023 से घर-घर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है जो निरन्तर जारी रहेगा।

हिन्दू नव वर्ष के शुभ अवसर पर महापौर ने पत्नी के साथ गौरीघाट में किया माँ नर्मदा का दर्शन और पूजन

हिन्दू नव वर्ष के शुभ अवसर पर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने अपनी पत्नि यामनी अन्नू सिंह के साथ गौरीघाट में माँ नर्मदा का दर्शन और पूजन किया। महापौर नर्मदा मैया के चरणों में माथा टेक संस्कारधानी के प्रत्येक परिवार और घर में सुख समृद्धि, शांति की कामना के साथ सभी के जीवन में सुख और हर्षोल्लास हो, इसकी अर्जी लगाई। महापौर ने मॉं नर्मदा की महाआरती कर संतों का आशीर्वाद लिया और विधि विधान से पूजन-अर्चन भी किया। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने पूजन अर्चन के बाद संस्कारधानी के वासियों को हिन्दू नव वर्ष एवं चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएँ और बधाईयॉं दी।

गुरूवार अवकाश के दिन भी नगर निगम का कर जमा करने खुले रहेंगे कैश काउंटर

नगर निगम आयुक्त स्वप्निल वानखड़े के निर्देश पर राजस्व वसूली बढ़ाने के लिए बड़े बकायादारों के विरूद्ध कुर्की की कार्यवाही लगातार की जा रही है। इस अभियान को और गति प्रदान करने आज निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े ने राजस्व अमले को निर्देशित किया। इस संबंध में उन्होंने बताया कि करदाताओं की सुविधा के लिए आज गुरूवार अवकाश दिवस में भी नगर निगम मुख्यालय सहित सभी संभागीय कार्यालयों के कैश काउंटर खुले रहेगें जहॉं पर करदाता जाकर आसानी से बकाया करों की राशि जमा कर सकेगें।

कुर्की कार्यवाही के संबंध में उपायुक्त पी.एन. सनखेरे ने बताया कि आज वार्ड क्रं. 26 गोविन्द बल्लभ पंत में घनश्याम तिवारी पर बकाया  राशि 2 लाख 18 हजार 6 सौ 13, राजाराम  पुरुषोत्तमदास  रंगलाल  रावत बकाया राशि 77 हजार 4 सौ 60, वार्ड क्रं. 30 पं. दीनदयाल उपाध्याय में भानुप्रताप सिंह सिसोदिया पर बकाया राशि 24 हजार 5 सौ 84, श्री महेन्द्र कुमार नागेश बकाया राशि 25 हजार 1 सौ 12, संभाग क्रमांक 1 के अंतर्गत 5 कुर्की की कार्यवाही की गयी, संभाग क्रमांक 4 के अंतर्गत गुप्तेश्वर वार्ड में अमरजी कौर बकाया राशि 2 लाख 36 हजार 28, गुरूदेव कौर बकाया राशि 80 हजार 3 सौ 33, सौदागर सिंह बकाया राशि 70 हजार 5 सौ 40, पं. बनारसीदास भानोत वार्ड में क्रिस्टिना दास बकाया राशि 39 हजार 5 सौ 7, महेन्द्र कौर बकाया राशि 56 हजार 8 सौ 49, तुलाराम पटैल बकाया राशि 57 हजार 7 सौ 37, संभाग क्रमांक 5 के अंतर्गत लल्ला पहलवान बकाया राशि 32 हजार 4 सौ 82, मुकेश जैन, बकाया राशि 1 लाख 47 हजार 6 सौ 94, रानी बाई बकाया राशि 69 हजार 5 सौ 44, रामस्वरूप, दुर्गा प्रसाद बकाया राशि 84 हजार, शब्बीर हुसैन बकाया राशि 63 हजार 2 सौ 76, संभाग क्रमांक 3 के अंतर्गत गोपाल सिंह लोधी बकाया राशि 85 हजार 9 सौ 63, पूनम हांडा बकाया राशि 80 हजार 7 सौ 86, लक्ष्मी बाई अहिरवार बकाया राशि 57 हजार 6 सौ 74, मुरारी चमार बकाया राशि 84 हजार 2 सौ 1, बालकिशन बकाया राशि 81 हजार 57, संभाग क्रमांक 13 के अंतर्गत सुशीला दुबे बकाया राशि 1 लाख 4 हजार 5 सौ 5, गणेश दत्त दुबे बकाया राशि 1 लाख 14 हजार 7 सौ 17, महेश रोहरा बकाया राशि 83 हजार 2 सौ 3, गोविंद उपाध्याय बकाया राशि 2 लाख 32 हजार 9 सौ 65, चरनजीत सिंह बकाया राशि 1 लाख 3 हजार 1 सौ 59, रामसुख यादव बकाया राशि 63 हजार 7 सौ 39 एवं सुरेश पिनपानी 86 हजार 80, संभाग क्रमांक 11 के अंतर्गत लखवीर सिंह बकाया राशि 58 हजार 9 सौ 54, प्रियंका मेहता बकाया राशि 57 हजार 9 सौ 3, राकेश अग्रवाल बकाया राशि 62 हजार 3 सौ 80, वर्मा शैल कम्पनी पेट्रोल पंप बकाया राशि 93 हजार 2 सौ 86 एवं वीरेन्द्र मंडल बकाया राशि 60 हजार 3 सौ 81 रूपये एवं अन्य के विरूद्ध बकाया राशि होने पर कुर्की की कार्यवाही की गयी।
इसके अलावा सभी संभागों में कुल 120 बड़े बकायादारों के विरूद्ध कुर्की की कार्यवाही की गयी। कुर्की कार्यवाही के दौरान ही 65 करदाताओं ने बकाया करों की राशि जमा की, शेष करदाताओं के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
उपायुक्त राजस्व पी.एन. सनखेरे ने बताया कि आज सम्पत्ति कर में 70 लाख रूपये, जल कर में 12 लाख, डोर टू डोर में 5 लाख, एवं 15 लाख रूपये लायसेंस एवं अन्य से प्राप्त हुए, कुल 1 करोड़ 2 लाख रूपये निगम खजाने में जमा हुए। कार्यवाही के दौरान सभी संभागों के संभागीय अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, कर संग्रहिता उपस्थित रहे।

20 महीने बाद भी “लाड़ली” के मौत का कारण नहीं बता पाया फोरेंसिक डिपार्ट्मेन्ट

मृतिका इनायत का जीवित अवस्था का चित्र अपने पिता जावेद के साथ

मध्य प्रदेश में एक ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश की लाड़ली बेटियों के लिए तरह-तरह की योजनाएँ लेकर आते हैं, वहीं उस प्रदेश में पिछले 20 महीने से एक लाड़ली की मौत की वजह अब तक न पुलिस को पता है और न ही उस लड़की के पिता को। क्यूंकि उस लाड़ली की फोरेंसिक रिपोर्ट 20 माह बाद भी नहीं आ पायी है।

मार्टिन लूथर किंग ने कहा था, कहीं भी अन्याय हर जगह न्याय के लिए खतरा है। मूल रूप से व्यक्ति न्याय पाने के लिए न्यायालय जाता है लेकिन जब न्याय में देरी होती है तो व्यक्ति अपनी उम्मीद खो देता है और इसलिए न्याय से वंचित रह जाता है। पर इस मामले में तो बात पिछले 20 महीने से एक काग़ज़ की वजह से थाना में ही अटकी हुई है।

मामला मध्य प्रदेश के जबलपुर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित मझोली का है, जहाँ 24 जुलाई 2021 को 2 वर्षीय इनायत और उसके भाई साढ़े 3 वर्षीय भाई फ़ैज़ान की तबीयत खराब होने की वजह से उनके पिता जावेद उन्हें सीनियर फ़िज़ीशियन डॉ. सी. पी. तिवारी के क्लिनिक लेकर जाते हैं। जावेद के मुताबिक उनके दोनों बच्चों को उस क्लिनिक में डॉ. सी. पी. तिवारी की अनुपस्थिति में कम्पाउन्डर सूरज पटेल और विमल झारिया द्वारा एक-एक इन्जेक्शन लगाया जाता है। उनको घर लाने के बाद फैज़ान बेहोशी की हालत में पहुँच जाता है और इनायत को उल्टियाँ होने लगती हैं। बेटी की तबीयत बिगड़ते देख जावेद के मुताबिक वो उसे पहले वापिस तिवारी क्लिनिक लेकर जाता है जहाँ सूरज द्वारा कहा जाता है कि उसकी बेटी को ऑक्सीजन की जरूरत है। उनके पास क्लिनिक में ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है इसलिए वो उसे शासकीय अस्पताल लेकर जाए। जावेद अपनी बेटी को मझोली के शासकीय अस्पताल लेकर जाता हैं। जहाँ डॉक्टर 2 वर्षीय इनायत को मृत घोषित कर देते हैं। हालांकि फैज़ान को घर पर ही साढ़े चार घंटे बाद होश आ जाता है। चिकित्सक की सूचना के आधार पर मझोली पुलिस द्वारा सीआरपीसी 174 के तहत अप्राकृतिक मृत्यु का मामला कायम करके शव का पोस्टमॉर्टम कर विसरा सुरक्षित कर लिया जाता है। अपनी बेटी की असमायिक मौत के दुख से पीड़ित पिता जावेद द्वारा डॉ. सी.पी. तिवारी के कम्पाउन्डर्स के खिलाफ़ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश बेकार जाती है। मामले की विवेचना कर रहे मझोली थाना उप निरीक्षक जी.पी.तिवारी ने बताया कि दोनों बच्चों एक जैसा इलाज दिया गया था। लेकिन मृतिका इनायत की स्थिति पहले से ही गंभीर थी। इसलिए इलाज के बाद उसकी मृत्यु हो गई। उनक कहना है कि एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ही मामले में आगे कुछ किया जा सकता है। पुलिस के मुताबिक फोरेसिंक विभाग को विसरा की जांच रिपोर्ट भेजने के लिए पत्र लिख कर निवेदन किया जा चुका है लेकिन अब तक जांच न होने से रिपोर्ट नहीं आ पायी है।

दो वर्षीय मृतिका इनायत

वहीं पीड़ित जावेद पेशे से ऑटो चालक हैं, उनका कहना है कि चिकित्सक की अनुपस्थिति में दोनों कम्पाउन्डर्स ने बच्चों को किस चीज़ का इन्जेक्शन दिया इसकी खोजबीन तो होना चाहिए थी। इसके लिए एफएसएल रिपोर्ट का बहाना क्यूँ बनाया गया? उनका आरोप है कि मामले से संबंधित लोगों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। इसलिए मामला दबाने का प्रयास किया जा रहा है।

26 फरवरी को मानस भवन में होगा डेहरिया मेहरा सम्मेलन

    मेहरा (डेहरिया) समाज मध्य प्रदेश के तत्वाधान में जिला इकाई संस्कारधानी जबलपुर के द्वारा मेहरा (डेहरिया) समाज म.प्र. के पदाधिकारियों एवं प्रान्तीय अध्यक्ष जागेश्वर सुरजे और वरिष्ठ सलाहकार म.प्र. भोपाल ब्रजेश बट के सानिध्य में संस्कारधानी जबलपुर में तीसरा विशाल पारिवारिक मिलन समारोह और युवक-युवती परिचय सम्मेलन आयोजित
    किया जा रहा है। जिसमें अटल बिहारी हिन्दी विश्वविद्यालय,भोपाल के कुलपति प्रोफ़ेसर डॉ खेमसिंह डेहरिया, शासकीय महाविद्यालय केवलारी के प्राचार्य डॉ शिवनाथ डेहरिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया, सुनीता बम्हनिया और डॉ एन पी झारिया विशिष्ट अतिथि रहेंगे।

    मेहरा (डेहरिया) समाज के इस विशाल कार्यक्रम में आयोजकों ने प्रदेश के सभी जिला और ब्लॉक इकाई के समस्त पदाधिकारी और सजातीय बन्धुओं, युवक-युवतियों, उनके माता-पिता, अभिभावकों और वरिष्ठगणों को एकत्रित होने की अपील की है। कार्यक्रम के दौरान विवाह योग्य सजातीय युवक-युवतियाँ अपना परिचय दे पाएंगे। जिसके लिए पूर्व में ही पंजीयन करवानया अनिवार्य होगा। पंजीयन के लिए संस्था द्वारा [email protected] और [email protected] ईमेल जारी किये गए हैं। जिनमें विवाह योग्य इच्छुक युवक-युवतियाँ अपना बायो डेटा भेज सकते हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए संस्था के पदाधिकारियों एस डी मेहरा – 8770438024, एस एस डेहरिया 9425804533, वेद प्रकाश पार – 9425804532, एच पी डेहरिया – 9399662337, बाबू राम डेहरिया – 7566440633, घनश्याम मेहरा – 9977716450, मोहन डेहरिया – 7898167558, राम कुमार डेहरिया – 9424515856, अभिषेक डेहरिया – 7069038103 से दिए गए नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।

    जसडीह से चली और जबलपुर में पकड़ी गई डुप्लीकेट कंपनी की पानी की बोतल

    रेलवे ने खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता और अवैध वेंडरो के विरुद्ध जारी जाँच अभियान के दौरान आज एक यात्री गाड़ी में नामी कंपनी की पानी की बोतलों के मिलते जुलते नाम से अमानक पानी की बोतलों को जब्त किया। इस सम्बन्ध में सीनियर डी सी एम विश्व रंजन ने बताया कि उन्हें जसडीह से चलकर गया, सासाराम, सतना मार्ग से जबलपुर होकर पुणे जाने वाली ट्रेन नं. 11428 में पानी की डुप्लीकेट बोतल बेचे जाने की जानकारी मिली। जिसके आधार पर मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव के नेतृतव में मुख्य टिकिट निरीक्षक मनोज शर्मा और स्टेशन प्रबंधक वाणिज्य संजय जैसवाल आदि ने ट्रेन में जाँच अभियान चलाया। इस जाँच में ट्रेन के स्लीपर कोच में रख कर यात्रियों को बेची जा रही नामी कंपनी की डुप्लीकेट पानी की 40 पेटी बोतलों को जब्त किया गया। अधिक लाभ कमाने एवं यात्रियों को स्तरहीन जल बेचने का कार्य उक्त ट्रेन के प्रारंभिक स्टेशन से किया जा रहा था लेकिन जबलपुर स्टेशन पर ट्रेन के आते ही मंडल की सजग टीम ने उक्त 40 पेटी पानी को जब्त करके बड़ी कार्यवाही की। रेल प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि ट्रेन और स्टेशन पर वर्दी धारी वैध वेंडरो से ही खानपान की वस्तुएँ खरीदें और भुगतान डिजिटल माध्यम से ही करें जिससे अनैतिक गतिविधियों को रोकने में मदद मिले।

    इस मच्छर का डंक जीवनभर के लिए बन सकता है अभिशाप

    बीमारी से बचाव के लिए 10 फरवरी से 15 फरवरी तक प्रभावित जिलों में दवा वितरण के लिए शुरू होगा अभियान

    मच्छर के काटने से होने वाले रोगों में मलेरिया और डेंगू के अलावा एक और खतरनाक रोग है जो लोगों की शारीरिक क्षमता को बेहद प्रभावित करता है। इस रोग को लिम्फेटिक फाइलेरियासिस यानि हाथीपांव कहते हैं। यह रोग क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इस मच्छर के काटने से संक्रमण की वजह से लिम्फ नोड ग्रंथियों पर असर पड़ता है। इससे फाइलेरिया यानी हाथीपांव की बीमारी हो सकती है। इस मच्छर के काटने से इंसान जिंदगीभर के लिए दिव्यांग हो सकता है। क्यूलेक्स मच्छर गंदे रुके हुए पानी में पनपता है।

    क्यूलेक्स मच्छर मलेरिया फैलाने वाले एनोफिलीस से दिखता है अलग

    चिकित्सकों के मुताबिक क्यूलेक्स मच्छर के काटने से हुए संक्रमण के शिकार व्यक्ति में 6 से 8 साल बाद फाइलेरिया और हाईड्रोसिल बीमारियों के लक्षण नजर आ सकते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी जमा न होने दें और साथ ही घरों में मच्छरों से बचने के लिए उपाय करें। चिकित्सक की सलाह पर ही फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करें। विशेषज्ञों के अनुसार साल में एक बार, दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमार लोगों को छोड़कर सभी फाइलेरिया रोधी डीईसी, एलबेंडाजोल एवं आईवरमैक्टिन की गोलियों का सेवन करें। पांच साल से छोटे बच्चों को आईवरमैक्टिन गोली नहीं दी जाती है। रीवा, छतरपुर और पन्ना में आईडीए के फॉर्मुले पर तीन दवाएं दी जा रहीं हैं। आईडीए यानि आईवरमैक्टिनए डीईसी और एलबेंडाजोल की गोलियां खिलाई जा रहीं हैं। बाकी 9 जिलों में डीईसी और एलबेंडाजोल की दवाएं दी जाएंगी। इन दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करने के लिए कहा गया है।

    इन बारह जिलों में बरती जा रही है अतिरिक्त सावधानी – मध्यप्रदेश के 12 जिलों में इसका खतरा है जिनमें छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकमगढ़, निवाड़ी, सागर, दमोह, सतना और छिंदवाड़ा शामिल हैं। इस मच्छर के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए 10 से 15 फरवरी तक दवा वितरण अभियान चलाया जाएगा।

    आसपास रखें सफाई – घरों के आसपास पानी रुकने का कारण है उसकी निकासी की समुचित व्यवस्था का न होना। जिसके प्राकृतिक कारण के अलावा रुकावट के अन्य कारण जैसे पानी के रास्ते में प्लास्टिक, कचरा, चिप्स के खाली पैकेट, खाद्य सामग्रियों के पैकेट या पॉलिथीन इत्यादि भी हो सकते हैं। अतः अपने आसपास के क्षेत्रों और शहर में सफाई रखें। कचरा को कचरा पेटी में ही डालें। साथ ही दूसरों को भी साफ-सफाई के लिए प्रेरित करें। अपने वॉर्ड सुपरवाईज़र से संपर्क करके आसपास के नाले-नालियों में मच्छर उन्मूलन की दवा का छिड़काव करवाएँ। यदि ये संभव न हो तो मोहल्ले के लोगों को एकत्रित करके उन्हें इस समस्या से अवगत करवाएँ और विशेषज्ञ से सलाह करके सावधानीपूर्वक स्वयं दवा का छिड़काव करें।